कश्मीर पर बौखलाए पाकिस्तान को अब एक और बड़ा झटका लगा है. अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप से साफ इनकार कर दिया है. ट्रंप ने कहा है कि कश्मीर पर मध्यस्थता का मामला अब दोबारा नहीं उठाया जाएगा. भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंगला ने ये जानकारी दी. इससे पहले पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से मिलने के बाद ट्रंप ने कश्मीर राग अलापा था.
सिंगला ने कहा कि अमेरिका कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए कदम नहीं बढ़ाएगा. अमेरिका चाहता है कि भारत और पाकिस्तान द्विपक्षीय बातचीत से ही इस मुद्दे का हल निकालें. उन्होंने कहा,
राष्ट्रपति ट्रंप ने जम्मू-कश्मीर पर दिए अपने पिछले बयान पर साफ किया है कि वो तभी इस मुद्दे की मध्यस्थता कर सकते हैं जब भारत और पाकिस्तान की तरफ से उन्हें ऐसा करने को कहा जाए. भारत के मध्यस्थता करने से इनकार के बाद अब ट्रंप ने कहा है कि वो आगे इस मुद्दे पर बातचीत नहीं करेंगे.
कश्मीर को लेकर ट्रंप की बेचैनी
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर एक बड़ा बयान देकर राजनीतिक बखेड़ा खड़ा कर दिया था. ट्रंप ने 22 जुलाई को कहा था, ''मैं दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री मोदी के साथ था और हमने इस विषय (कश्मीर) पर बात की थी. उन्होंने वास्तव में कहा, ‘क्या आप मध्यस्थ बनना चाहेंगे?’ मैंने कहा, ‘कहां?’ (मोदी ने कहा) ‘‘कश्मीर.''
इसके अलावा ट्रंप ने कहा था कि अगर दोनों देश (भारत और पाकिस्तान) कहेंगे तो वह मदद के लिए तैयार हैं. उन्होंने ओवल ऑफिस में इमरान खान के साथ अपनी बैठक के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ''अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो मैं एक मध्यस्थ होना पसंद करूंगा. अगर मैं मदद करने के लिए कुछ भी कर सकता हूं, तो मुझे बताएं.’’
अपने ही बयान से मारी थी पलटी
डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे को लेकर अपनी बेचैनी और बयानबाजी के ठीक बाद पलटी मार ली. उन्होंने अपने बयान से पलटते हुए 1 अगस्त को कश्मीर मुद्दे के हल से जुड़े एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा था, 'अगर मैं कर सकता हूं, अगर वे चाहें तो निश्चित तौर पर मैं (कश्मीर मुद्दे पर) हस्तक्षेप करूंगा.’ उन्होंने अपने पिछले बयान का बचाव करते हुए कहा था कि भारत और पाकिस्तान चाहें तो ही वो मध्यस्थता कर सकते हैं.
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