कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) के बीजेपी में शामिल होने पर उत्तराखंड कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने जितिन के पार्टी छोड़ने को अपने गाल पर एक बड़े तमाचे की तरह बताया. उन्होंने जितिन के बीजेपी में शामिल होने को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
जितिन ने कांग्रेस को रीजनल पार्टी कहा, तकलीफ हुई- रावत
9 जून को बीजेपी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. जिसके बाद बीजेपी के तमाम नेताओं ने पार्टी में उनका स्वागत किया. इसे लेकर जब कांग्रेस नेता हरीश रावत को सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,
“ये बहुत दुखद और दुर्भाग्यजनक है. मेरे लिए तो उनका बीजेपी में जाना एक बड़े चांटे की तरह है. बहुत तकलीफ हुई कि जिस पार्टी में उनका सारा परिवार रहा, उस पार्टी को रीजनल पार्टी कहना और जिस पार्टी के लिए उनके पिता जी हमेशा खड़े रहे. कांग्रेस के सिपाही के तौर पर, उस पार्टी को छोड़कर बीजेपी में जाना, जिसके खिलाफ वो हमेशा वो लड़े. मुझे इस बात से ताज्जुब है.”
‘यूपी में सरकार का गिर रहा है ग्राफ’
हरीश रावत से जब पूछा गया कि, मध्य प्रदेश के बाद यूपी में कांग्रेस को ये बड़ा झटका है और क्या पार्टी ने जितिन प्रसाद को रोकने की कोई कोशिश नहीं की? तो इस सवाल के जवाब में रावत ने कहा कि, अगर कोई नेता ये कहे कि मैं चुनाव को प्रभावित कर रहा हूं, तो ये नहीं हो सकता. अगले चुनाव जो होंगे उनमें जो सरकार का ग्राफ गिराई दे रहा है, उसका असर आपको साफ देखने को मिलेगा.
बता दें कि यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस में 20 साल तक रहे जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. जितिन प्रसाद पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे, वहीं कांग्रेस में उनके सितारे भी गर्दिश में थे. यूपी में कई स्थानीय नेता उनका विरोध भी कर रहे थे. जितिन प्रसाद 2014 से कोई भी चुनाव नहीं जीत पाए. हालांकि ब्राह्मण समुदाय पर अच्छी पकड़ के चलते बीजेपी ने उन पर दाव खेला है.
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