मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस छोड़ सकते हैं. इस बात के कयास भोपाल से दिल्ली तक लगाए जा रहे हैं. उन्होंने अपना पांच दिवसीय छिंदवाड़ा दौरा भी रद्द कर दिया है और शनिवार, 17 फरवरी को दिल्ली पहुंच गए. रिपोर्ट्स के अनुसार, कमलनाथ दिल्ली में बीजेपी के कई नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
आइये बताते हैं कि क्यों कमलनाथ के बीजेपी में जाने की चर्चा हो रही है?
कयासों को क्यों मिला बल? कमलनाथ नहीं कर रहे इनकार
दिल्ली पहुंचे कमल नाथ को मीडिया ने घेर लिया और उनसे पूछा कि क्या वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. इसपर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने कहा, "आप सभी उत्साहित क्यों हो रहे हैं?.. इनकार करने की बात नहीं है. मैं तो उत्साहित नहीं हूं. अगर ऐसा कुछ है तो मैं आप सभी को सूचित करूंगा..."
इससे पहले एमपी बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने शनिवार (17 फरवरी) को एक्स पर कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ की कुछ लोगों के साथ खड़े होने की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "जय श्री राम."
ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर हैं कि पिता-पुत्र जल्द ही बीजेपी का 'कमल' थाम सकते हैं. इससे पहले शुक्रवार (16 फरवरी) को एमपी बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी के दरवाजे अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के लिए खुले हैं जो पार्टी द्वारा अयोध्या के राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने से नाराज हैं.
कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर वीडी शर्मा ने कहा:
"तो आज मैं आपको माहौल बता रहा हूं, हमने अपने दरवाजे खुले रखे हैं क्योंकि कांग्रेस में ऐसे लोग हैं जिन्हें लगता है कि कांग्रेस भगवान राम का बहिष्कार करती है, भारत के हृदय में राम हैं. जब कांग्रेस उनका अपमान करती है तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें इससे पीड़ा होती है, जो परेशान हैं और उन्हें मौका मिलना चाहिए."वीडी शर्मा, अध्यक्ष, बीजेपी, मध्य प्रदेश
शर्मा ने कहा, "आप जिनका नाम ले रहे हैं, अगर उनके दिल में दर्द है तो उनका भी स्वागत है."
वहीं, इस महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश से एकमात्र लोकसभा कांग्रेस सांसद नकुल नाथ ने खुद को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया था जबकि पार्टी की ओर से अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
इस बार भी, मैं लोकसभा चुनाव में आपका उम्मीदवार बनूंगा. ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि कमल नाथ या नकुल नाथ चुनाव लड़ेंगे, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कमल नाथ गांधी परिवार को छोड़कर नहीं जा सकते. चुनाव नहीं लड़ेंगे, मैं लड़ूंगा.नकुलनाथ, सांसद, कांग्रेस
'कमलनाथ गांधी परिवार को छोड़कर नहीं जा सकते'
इस बीच, जब शनिवार (17 फरवरी) को कांग्रेस सांसद और एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह से कमलनाथ के बीजेपी में जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "कमलनाथ छिंदवाड़ा में हैं. मेरी कल रात उनसे बात हुई है वे छिंदवाड़ा में हैं. जिस व्यक्ति ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, वे उस समय उनके साथ खड़े थे जब पूरी जनता पार्टी और केंद्र की सरकार इंदिरा गांधी को जेल भेज रही थी. आप उनसे उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं कि वे सोनिया गांधी के परिवार को छोड़कर जाएंगे."
कुछ दिन पूर्व बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कमलनाथ के बीजेपी में आने के संकेत दिये थे. हालांकि, एमपी सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ की बीजेपी में एंट्री से इंकार कर दिया था.
उन्होंने कमलनाथ को बासी फल बताया था और कहा कि उनके लिए बीजेपी के सभी दरवाजे बंद हैं.
इधर, पिछले दिनों जब कमलनाथ से पूछा गया था कि क्या कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम बीजेपी में शामिल हो सकते हैं? इस पर कमलनाथ ने कहा, सभी स्वतंत्र हैं, किसी पार्टी से जुड़े होने के लिए बाध्य नहीं हैं.
वहीं, खुद के पाला बदलने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा, 'बहुत सारी अफवाहें चल रही हैं, मैं उनके बारे में क्या कह सकता हूं?"
कमलनाथ के बीजेपी में जाने से क्या होगा असर?
छिंदवाड़ा लंबे समय से कमलनाथ का गढ़ रहा है, जिन्होंने लगातार नौ बार इस सीट पर कब्जा किया था. 2019 के चुनावों में, राज्य की अन्य 28 सीटों पर बीजेपी की जीत के बावजूद, नकुल नाथ छिंदवाड़ा से जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे.
इससे पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए, इस सप्ताह की शुरुआत में कई नेताओं ने पाला बदल लिया. पूर्व विधायक दिनेश अहिरवार और विदिशा से कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कटारे 12 फरवरी को बीजेपी में शामिल हो गए थे.
पिछले दिनों महाराष्ट्र में भी कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं, राज्य के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण. पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवरा और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर जा चुके हैं. चव्हाण बीजेपी, देवरा शिवसेना (शिंदे गुट) और बाबा एनसीपी में शामिल हुए हैं.
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