मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पहले कमलनाथ के मंत्री ने किसानों की कर्जमाफी पर सवाल खड़े कर दिए, उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सड़क पर उतरने की बात कही. इसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं की एक बैठक भी हुई. जिसके बाद सब कुछ ठीक होने की बात हो रही थी. लेकिन जब सीएम कमलनाथ से बाहर आते हुए सिंधिया के सड़क पर उतरने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने ऐसा जवाब दिया जिसने फिर दोनों नेताओं के बीच कलह के संकेत दे दिए.
मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद सिंधिया से जब पूछा गया तो उन्होंने इसे एक सकारात्मक बैठक बताया. उन्होंने बताया कि हम सकारात्मक होकर आगे काम करेंगे. लेकिन इसके बाद बारी थी, सीएम कमलनाथ की... जिन्होंने मीडिया के सवालों का कुछ ऐसा जवाब दे दिया, जिससे चर्चा फिर तेज हो चुकी है.
जब कमलनाथ से पूछा गया कि सिंधिया ने कहा था अगर सरकार किसान कर्जमाफी और अन्य वादों को पूरा नहीं करती तो वो सड़क पर उतर जाएंगे. इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा- “तो उतर जाएं”
मंत्री ने भी उठाए थे सवाल
अकेले सिंधिया ही कर्जमाफी को लेकर कमलनाथ पर हमलावर नहीं हैं. मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद सिंह ने भी कर्जमाफी को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा. उन्होंने कहा था, "राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार बनाने के बाद हम 10 दिनों में 2 लाख रुपए तक का किसानों का कर्ज माफ करेंगे, लेकिन हम अभी तक नहीं कर सके. विपक्ष का कहना है कि हमने लोगों के साथ विश्वासघात किया है. मैं बताना चाहता हूं कि ये थोड़ा मुश्किल है इसलिए कर्ज माफ करने में देरी हो रही है.”
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ और सिंधिया आमने-सामने आए हों. यहां पहले भी दो धड़ों की खबरें सामने आ चुकी हैं. किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर सिंधिया पहले भी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं.
कर्जमाफी को लेकर सिंधिया ने पहले भी सवाल खड़े करते हुए कहा था, “जो किसानों का कर्जा माफ हुआ है वो पूर्ण रूप से नहीं हुआ है. केवल 50 हजार रुपये तक हुआ है. जबकि दो लाख का कहा था. पूर्णत: किसानों का दो लाख तक कर्जा माफ होना चाहिए.” इसके बाद कमलनाथ ने भी इस पर जवाब दिया था. उन्होंने कहा था,
“वो सही कह रहे हैं. हमने कहा था कि पहले इंस्टालमेंट में 50 हजार रुपये की कर्जमाफी होगी. आगे हम दो लाख रुपये तक का कर्जमाफ करेंगे. मैं मानता हूं कि हमने दो लाख रुपये के कर्ज को माफ करने का वायदा किया था. मुझे लगता है कि जनता अपने नेता पर यकीन करती है.”कमलनाथ, मध्य प्रदेश सीएम
अध्यक्ष बनाने की उठी थी मांग
इससे पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस में दरार तब सामने आई थी, जब यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की थी. मध्य प्रदेश में सिंधिया के समर्थकों ने कुछ पोस्टर लगाए थे. जिनमें राहुल गांधी से अपील की गई थी कि सिंधिया को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए. सिंधिया समर्थकों ने भोपाल में कांग्रेस ऑफिस के बाहर भी ये बैनर लगा दिए हैं. जिसके बाद अब अध्यक्ष पद को लेकर एक बार फिर सिंधिया के नाम की बहस तेज हो चुकी है. राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद ऐसे पोस्टर नजर आए थे.
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