पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव में भले ही मायावती ने गठबंधन से किनारा कर लिया हो लेकिन गठबंधन के उम्मीद की किरण अभी बाकी है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव अभी हुए नहीं है. हम अभी भी गठबंधन की तरफ आगे बढ़ सकते हैं.
गठबंधन का इशारा
महागठबंधन की तरफ इशारा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मध्य प्रदेश में बीएसपी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मिलकर चुनाव लड़े तो कांग्रेस आसानी से 200 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है. अखिलेश ने अपनी पार्टी का नाम लिए बगैर ही गठबंधन की बात की. उन्होंने इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि फैसला लेने में कांग्रेस ने देरी की. हालांकि समाजवादी पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन में अपने छह उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है.
उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव में एसपी ने कांग्रेस के साथ बिना गठबंधन के ही चुनाव लड़ा था और दोनों पार्टियो का परिणाम निराशाजनक रहा. बीजेपी को भारी सफलता मिली और बीजेपी सत्ता पर काबिज हो गई.
गठबंधन न हो पाने की क्या थी वजह
गठबंधन को लेकर बीएसपी ने 231 में से 40 सीटों की मांग की थी लेकिन सहमति नहीं बन पाई. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस से गठबंधन के बाद बीजेपी का वोट शेयर कम होगा. मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा के चुनाव होने है. सीट बंटवारे को लेकर सहमति न बनने के बाद कांग्रेस अकेले ही चुनावी मैदान में है. बीजेपी पिछले चार विधानसभा चुनावों से सत्ता पर काबिज है.
गठबंधन को लेकर कांग्रेस का नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मायावती करप्शन चार्ज में जांच के डर से गठबंधन करने से इनकार कर रही हैं. मध्य प्रदेश में पहले उम्मीद थी कि कांग्रेस और बीएसपी गठबंधन करेंगे. लेकिन यहां मायावती का अजीत जोगी की पार्टी के साथ बीएसपी के गठबंधन को मंजूरी दे दी.
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