Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में चल रहे सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीएम आवास ‘वर्षा’ छोड़ दिया है. अब वो मातोश्री पहुंच गए हैं. जहां पहले से ही इकट्ठा शिव सैनिक उनका इंतजार कर रहे थे. इससे पहले एकनाथ शिंदे के खेमे में शिव सेना विधायकों के शामिल होने की अटकलों के बीच राज्य के शहरी विकास और लोक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे ने एक ट्वीट में कहा कि शिव सेना और उसके सैनिकों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए गठबंधन से बाहर निकलना जरूरी है.
एकनाथ शिंदे नेट्वीट किया कि, पिछले दो सालों में एमवीए सरकार के तहत, केवल गठबंधन सहयोगियों को फायदा हुआ जबकि शिवसैनिकों को निराश छोड़ दिया गया, शिवसेना और सैनिकों को जानबूझकर कमजोर किया गया.
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एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार, 22 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास का दौरा किया.
राज्य के नाम एक संबोधन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे अगर इस्तीफा चाहते हैं तो वो मेरे सामने आकर ये बात बोलें मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं.
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह से मचे सियासी संकट के बीच सीएम ठाकरे ने कहा कि
मैं अपना त्याग पत्र दूंगा यदि वे मेरे सामने आते हैं और मांगते हैं. अगर कोई विधायक चाहता है कि मैं मुख्यमंत्री नहीं रहूं, तो मैं अपना सारा सामान वर्षा बंगले से मातोश्री ले जाने के लिए तैयार हूं.
इस बीच 34 शिवसेना विधायकों ने एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया. प्रस्ताव में कहा गया कि पार्टी के कैडर में भारी असंतोष है.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के वर्षा बंगले से सामान बाहर निकाला गया.
शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई में अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के आवास 'मातोश्री' के बाहर इकट्ठा हुए.
मुंबई में देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद बीजेपी नेता रावसाहेब पाटिल दानवे ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि शिवसेना का कोई भी नेता पार्टी के संपर्क में नहीं है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं और वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर मौका दिया गया तो वे विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे.
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा यह शिवसेना का आंतरिक मामला है और पार्टी नेतृत्व इसे आसानी से सुलझा सकता है. समस्या यह है कि बीजेपी का विधायकों को अपने कब्जे में लेने के लिए धन और एजेंसियों का इस्तेमाल करने का रवैया है.
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच कैबिनेट बैठक के बाद महाराष्ट्र मंत्री और कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा कि राजनीतिक चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. वीसी में शामिल सीएम के चेहरे पर मुस्कान थी. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि वह तनाव में नहीं हैं, इसलिए सरकार भी परेशान नहीं है.
शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा है कि शिवसेना की तरफ से सुनील प्रभु ने जो बैठक बुलाई थी वो अमान्य है, क्योंकि भरत गोगावले को हम विधायकों ने अपना मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया था.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि अभी हमारे पास 46 विधायक हैं, जिनमें 6-7 निर्दलीय विधायक हैं. बाकी शिवसेना के विधायक हैं. आने वाले समय में यह संख्या और बढ़ेगी. अभी तक हमें न तो बीजेपी से कोई प्रस्ताव मिला है और न ही हम उनसे कोई बातचीत कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि एक चलती हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है. ये साफ है कि बीजेपी बौखलाई हुई है कि कैसे औरों के साथ शिवसेना की सरकार चल रही है. लोकतंत्र पर महाराष्ट्र में भी हमला हो रहा है.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि अभी हमने कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की है. हमारे 44 में से 41 विधायक मौजूद थे और 3 रास्ते में हैं. कांग्रेस में पूरी एकता है. मैंने उद्धव ठाकरे जी को फोन पर आश्वासन दिया है कि कांग्रेस महाविकास अघाड़ी सरकार का समर्थन करती रहेगी.
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि, हमारे जो 44 विधायक हैं, वे सभी हमारे साथ में हैं. कुछ जगह गलत खबर आ रही है, मैं विनती करता हूं ऐसी गलत खबर न फैलाएं.
शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि, एकनाथ शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं. सालों साल से हम एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं. उनके लिए आसान नहीं है पार्टी छोड़ना और हमारे लिए भी आसान नहीं है उनको छोड़ना.
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