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MVA में सीट शेयरिंग तय: उद्धव 21- शरद पवार 10, कांग्रेस को 17 सीट- किसको करना पड़ा समझौता?

सीटों को लेकर बनी सहमति के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व करती नजर आ रही है.

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Maharashtra MVA Seat Sharing: महीनों की चर्चा और तीखी नोकझोंक के बाद, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने मंगलवार (8 अप्रैल) को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में अपने सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया. सीटों को लेकर बनी सहमति के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व करती नजर आ रही है, जो 21 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

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किसको कितनी सीट मिली?

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 21 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) 10 सीटों पर और कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है.

किसको कौन सी सीट मिली?

शिवसेना (यूबीटी): जलगांव, परभणी, नाशिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, रायगढ़, मावल, धाराशिव, रत्नागिरी, बुलढाणा, हातकणंगले, संभाजी नगर, शिर्डी, सांगली, हिंगोली,यवतमाल, वाशीम, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पश्चिम, मुंबई दक्षिण, मुंबई ईस्ट

एनसीपी (शरद पवार): बारामती, शिरूर, सातारा, भिवंडी, दिंडोरी, माढा, रावेर, वर्धा, अहमदनगर दक्षिण, बीड

कांग्रेस: नंदुरबार,धुले, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा गोंदिया, गडचिरोली चिमूर, चंद्रपुर, नांदेड, जालना, मुंबई उत्तर मध्य, पुणे, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर,रामटेक, मुंबई उत्तर

सीटों को लेकर बनी सहमति के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व करती नजर आ रही है.

सीट बंटवारे में क्या खास?

उद्धव सेना मुंबई की छह सीटों में से चार - उत्तर पश्चिम, दक्षिण मध्य, दक्षिण और दक्षिण पूर्व सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस अन्य दो सीटों - उत्तर और उत्तर मध्य - से चुनाव लड़ेगी.

2019 के चुनाव में मुंबई की छह सीटों में से बीजेपी और शिवसेना (अविभाजित) ने तीन-तीन सीटें जीतीं; तब दोनों सहयोगी थे.

भिवंडी और सांगली सीटें - जिन पर तीनों पार्टी ने दावा किया था, वो पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की सेना को दे दी गई है. कांग्रेस नेता नाना पटोले ने मुद्दे को "सुलझा हुआ" बताया और कहा, "हमारे कार्यकर्ता दोनों सीटों पर एमवीए उम्मीदवारों को विजयी बनाने के लिए काम करेंगे."

शिवसेना (यूबीटी) सांगली सीट बरकरार रखने में कामयाब रही है जबकि एनसीपी को भिवंडी सीट मिली है. कांग्रेस मुंबई उत्तर सीट से भी चुनाव लड़ेगी, जो परंपरागत रूप से शिवसेना के पास रही है.

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख ने कहा, "हमने देखा कि (यह) तानाशाही सरकार (बीजेपी) क्या कर रही है. हमारे कार्यकर्ताओं ने इन तानाशाही लोगों के खिलाफ लड़ने के लिए पूरे देश में पूरे दिल से काम किया है. हमारा लक्ष्य बीजेपी को उखाड़ फेंकना है. हम इसके लिए काम करेंगे."

भिवंडी से एनसीपी उम्मीदवार के रूप में पूर्व पहलवान चंद्रहार पाटिल मैदान में होंगे. 2014 और 2019 के चुनाव में यह सीट बीजेपी के कपिल पाटिल ने जीती थी.

इसी तरह, सांगली पिछले दो चुनावों में बीजेपी के संजयकाका पाटिल ने जीती थी, लेकिन यूबीटी ने यहां से कपिल पाटिल को उम्मीदवार बनाया है.

सांगली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, 1962 से 2009 तक इस सीट पर पार्टी का दबदबा रहा था.

भिवंडी के अलावा, एनसीपी शरद गुट परिवार के गढ़ बारामती से भी चुनाव लड़ेगी, जिसमें मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले का मुकाबला अपनी भाभी सुनेत्रा पवार से होगा. सुप्रिया शरद पवार की बेटी हैं जबकि सुनेत्रा शरद के भतीजे अजित की पत्नी हैं. इस सीट पर सभी की निगाहें टिकी हैं.

सीट शेयरिंग में दिलचस्प बात यह है कि इसमें प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अगाड़ी शामिल नहीं है. जानकारी के अनुसार, अंबेडकर आठ सीटों की मांग कर रहे थे, जिनमें से अधिकांश कांग्रेस या यूबीटी को दी गई थी.

इसके अलावा, 2019 के मुकाबले इस बार शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस कम-कम सीटों पर चुनाव लड़े रहे हैं. पिछले चुनाव में शिवसेना (अविभाजित) 23, कांग्रेस 26 और एनसीपी (अविभाजित) 22 सीटों पर चुनाव लड़े थे.
सीटों को लेकर बनी सहमति के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व करती नजर आ रही है.

कांग्रेस नेता नाना पटोले और उद्धव ठाकरे पीसी के दौरान कुछ बात करते हुए.

(फोटो: PTI)

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ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ सीटों का ऐलान

सीट-बंटवारे के फॉर्मूले की घोषणा शरद पवार, उद्धव ठाकरे और महाराष्ट् कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण सहित कांग्रेस नेतृत्व द्वारा संबोधित एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई.

सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जीतने की क्षमता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. ठाकरे ने कहा, "हर किसी की सीटों पर लड़ने की इच्छा होती है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. जीतने की क्षमता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए."

सीटों को लेकर बनी सहमति के अनुसार, उद्धव गुट की शिवसेना गठबंधन का नेतृत्व करती नजर आ रही है.

महाराष्ट्र में कब-कब है वोटिंग?

राज्य में 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. पहले चरण में 19 अप्रैल को रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर और चंद्रपुर में मतदान होगा. बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, नांदेड़ और परभणी जैसे निर्वाचन क्षेत्रों में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा.

7 मई को होने वाले तीसरे चरण में रायगढ़, बारामती, उस्मानाबाद, लातूर, सोलापुर, माधा, सांगली, सतारा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग और कोल्हापुर में मतदान होगा. चौथे चरण के लिए 13 मई को नंदुरभार, जलगांव, रावेर, जालना, औरंगाबाद, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, बीड और शिरडी में मतदान होगा.

20 मई को अंतिम चरण में धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, कल्याण, ठाणे, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-पूर्व, मुंबई उत्तर-मध्य, मुंबई दक्षिण और मुंबई दक्षिण-मध्य में मतदान होगा. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.

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2019 लोकसभा चुनाव में क्या थे नतीजे?

जानकारी के अनुसार, राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं, जिसमें 2019 के चुनाव में बीजेपी-शिवसेना (अविभाजित) गठभंधन ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी के 23 और शिवसेना ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि एनसीपी (अविभाजित) और कांग्रेस गठबंधन पांच सीट जीतने में सफल हुआ था, जिसमें कांग्रेस को एक और एनसीपी को चार सीटों पर जीत मिली थी. एक सीट पर AIMIM और एक पर निर्दलीय ने जीत हासिल की थी.

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