उत्तर प्रदेश में 24 साल पुरानी दुश्मनी भुलाकर लोकसभा चुनाव में एक साथ आईं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर खिलाफत पर उतर आईं हैं.
रविवार को राजधानी लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी की एक बैठक हुई. इस बैठक में संगठन को लेकर कई बड़े बदलाव किए गए. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक में बीएसपी चीफ मायावती ने अपने पुराने सहयोगी अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला.
समाजवादी पार्टी पर बीएसपी के खिलाफ प्रचार करने का आरोप
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में मायावती ने अखिलेश यादव पर धोखा देने का आरोप लगाया. मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों ने चुनाव में धोखा दिया और कई जगहों पर एसपी नेताओं ने बीएसपी के उम्मीदवारों को हराने के लिए काम किया.
मायावती ने लोकसभा चुनाव में एसपी पर बीएसपी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया.
नतीजे आने के बाद अखिलेश ने नहीं की बात
मायावती ने कहा कि उन्होंने अखिलेश से कई बार इसकी शिकायत की लेकिन भितरघात होता रहा. अखिलेश ने अपने लोगों पर कार्रवाई नहीं की.
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्होंने संपर्क भी किया लेकिन अखिलेश ने उनसे कोई बात नहीं की. गठबंधन के चुनाव हारने के बाद अखिलेश ने मुझे कोई फोन नहीं किया.
माया ने कहा- समाजवादी पार्टी से गठबंधन मेरी भूल
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करना उनकी बड़ी भूल थी. मायावती ने अखिलेश यादव की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते हुए कहा समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने मुसलमानों को टिकट देने का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि अखिलेश को डर था कि मुस्लिमों को टिकट देने से साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण हो सकता है, जिससे गठबंधन को नुकसान होगा.
मायावती ने बीएसपी के देश भर के नेताओं को लखनऊ बुलाया था. इनमें जिला अध्यक्षों से लेकर कोऑर्डिनेटर स्तर तक के नेता शामिल थे. इस बैठक के दौरान मायावती ने अखिलेश और मुलायम दोनों पर निशाना साधा.
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