बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने राहुल गांधी के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें राहुल ने कहा था कि यूपी के विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने और मायावती को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव के मैेसेज पर मायावती ने जवाब तक नहीं दिया था, मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कभी राजीव गांधी ने भी BSP को बदनाम करने कांशीराम को CIA एजेंट बता दिया था. उन्हीं की राह पर बेटा चलकर ऐसे गलत आरोप लगा रहा है.
मायावती ने कहा कि "राहुल गांधी का ये कहना कि मायावती को सीएम बनाने के मुद्दे पर फोन किया था, पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, यह बात गलत है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. यूपी चुनाव के पहले कांग्रेस ने मुझे मुख्यमंत्री बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया था. यूपी चुनाव परिणाम में बुरी हालत के बाद कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है. कांग्रेस को दूसरी पार्टियों के की चिंता छोड़कर अपनी चिंता करनी चाहिए. बीएसपी के बारे में बोलने से पहले तो 100 बार सोचना चाहिए. राहुल गांधी का यह बयान उनकी जातिवादी सोच को ही दर्शाता है."
उन्होंने आगे कहा कि हम कांग्रेस के जैसे पार्टी नहीं हो सकते और न ही उसके नेता की तरह हमारा पूरी दुनिया में मजाक उड़ाया जाता है. उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसने के अलावा बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया. मायावती ने कहा कि बीजेपी भारत को कांग्रेस मुक्त ही नहीं बल्कि विपक्ष से ही मुक्त बना रही है. वह चीन की तरह ही भारत में भी केवल एक ही पार्टी का दबदबा स्थापित करने का सपना देख रही है.
उल्लेखनीय है कि यूपी चुनाव में बीएसपी को केवल एक सीट मिली. उसे 13 प्रतिशत के आसपास वोट मिले.
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में बोला था कि हमारी पार्टी कांग्रेस यूपी चुनाव में बसपा से अलायंस करना चाहती थी. इसके लिए हमने मायावती को सीएम पद का ऑफर देते हुए मैसेज किया, उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया, लेकिन उन्होंने जवाब तक नहीं दिया. मैं मानता हूं कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं है. मायावती ईडी, सीबीआई के डर से अब बीजेपी के खिलाफ लड़ना ही नहीं चाहती हैं.
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