गुजरात के मोरबी (Morbi Bridge Collapse) में माछू नदी पर पुल गिरने के बाद सोमवार सुबह तक 134 शव बरामद किए गए. अभी भी कई लोगों के लापता होने की आशंका है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोरबी घटना पर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग की है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा
करीब 140 लोगों की अब तक मृत्यु हो चुकी है, हम सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. मरम्मत के बाद उद्घाटन के पांच दिन में ही ब्रिज गिर गया, इसका क्या कारण है? इतने लोग कैसे पहुंचे? मामले की रिटायर्ड जज से जांच कराई जानी चाहिए. घायलों की मदद के लिए सरकार को सब कुछ करना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी मदद के लिए पहुंच रहे हैं. हमें इस मामले में राजनीति नहीं चाहिए.
लोगों की मौत पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शोक जताया है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह की घटना बहुत दुखद है वहां एनडीए की सरकार है और सरकार को सभी कुछ देखना चाहिए. ब्रिज कैसे टूटा? मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था उस पर कितने पैसे खर्च हुए हैं फिर भी पुल टूटा उस पर सरकार को देखना चाहिए.
मोरबी पुल हादसे को लेकर बीजेपी-तृणमूल में जुबानी जंग तेज
पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री स्नेहासिस चक्रवर्ती के ने कहा कि, यह दुर्घटना गुजरात में व्याप्त भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है, उन्होंने कहा, जब भी पश्चिम बंगाल में कुछ भी होता है, बीजेपी की केंद्रीय तथ्य खोजने वाली टीम राज्य का दौरा करती है. अब मैं यहां राज्य के बीजेपी नेताओं से सवाल करना चाहूंगा कि क्या वे अब इसी तरह की टीम गुजरात भेजेंगे.
वे हमेशा पश्चिम बंगाल में गलती खोजने वाले मिशन में रहते हैं. उनका एकमात्र उद्देश्य पश्चिम बंगाल में राज्य प्रशासन को परेशान करना है. मेरी उन्हें सलाह है कि पहले गुजरात में चीजों पर नियंत्रण रखें और फिर पश्चिम बंगाल के बारे में सोचें.
टीएमसी के वरिष्ठ विधायक तापस रॉय ने कहा कि यह दुर्घटना इस बात का उदाहरण है कि स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, पुलों की गुणवत्ता और शानदार ढांचागत विकास के बारे में बीजेपी और गुजरात सरकार के दावे कितने खोखले थे. उन्होंने कहा, मैं सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि उन्हें अभी क्या दावा करना है. इस पर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं कि क्या पुल की जांच से पहले जनता के लिए इसे खोलना जायज था?
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