मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 जुलाई को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है. यह उनके मंत्रिमंडल का पहला विस्तार है, जिसमें 20 विधायकों को कैबिनेट मंत्री, जबकि 8 को राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है. मंत्री पद की शपथ लेने वालों में गोपाल भार्गव, यशोधरा राजे सिंधिया, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रभुराम चौधरी अहम चेहरे हैं. इसके पहले कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को गिराकर ही बीजेपी मध्य प्रदेश में सत्ता में आई थी.
कैबिनेट विस्तार के पहले से ही सबकी नजरें इसी बात पर टिकी हुई थीं कि ज्योतिरादित्य खेमे के कितने मंत्री इस मंत्रीमंडल विस्तार में जगह बना पाते हैं. जिन मंत्रियों ने शपथ ली है उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की चाची यशोधरा राजे सिंधिया, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसौदिया और बिसाहू लाल सिंह शामिल हैं
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की वजह से ही कमलनाथ सरकार ने अपना बहुमत खो दिया था और सरकार गिर गई थी.
शपथ ग्रहण के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8 राज्य मंत्री और 20 कैबिनेट मंत्रियों की सूची राज्यपाल को भेजी थी. इसके पहले तक राज्य में सिर्फ 5 मंत्री थे, जिनको अप्रैल में शपथ दिलाई गई थी.
मुख्यमंत्री शिवराज और ज्योतिरादित्य ने मंत्रियों को दी बधाई
शपथ ग्रहण समरोह के बाद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी नए मंत्रियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा-
हमारा एक-एक क्षण जनता के लिए समर्पित है. COVID19 का संकट अभी है लेकिन हमने काफी हद तक इसे काबू में कर लिया है. कांग्रेस सरकार के समय स्थिति दयनीय थी, सर्वाधिक मरीज़ों की सूची में पहले हम चौथे स्थान पर थे, आज जनता के सहयोग और परिश्रम के बल पर हम 13वें स्थान पर हैं. आज शपथ लेने वाले सभी साथियों को हार्दिक बधाई. मौजूदा चुनौतियों से निपटने के साथ ही गरीबों का कल्याण और प्रत्येक वर्ग का उत्थान हमारी प्राथमिकता है. हम सभी जनता और प्रदेश के हित के लिए समर्पित भाव से कार्य करेंगेशिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री (MP)
कांग्रेस से बीजेपी में मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्विटर पर नए मंत्रियों को बधाई दी.
कमलनाथ ने कसा तंज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा कि उनको मंत्रीमंडल में बीजेपी के वरिष्ठ विधायकों का नाम नहीं मिलने पर व्यक्तिगत तौर पर बेहद दुःख है.
प्रदेश सरकार के आज के मंत्रिमंडल के गठन पर मै सभी नवीन मंत्रियो को बधाई व शुभकामनाएँ देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि प्रदेश के विकास में सभी मिल जुलकर कार्य करेंगे और प्रदेश के विकास में सहभागी बनेंगे. आज के मंत्रिमंडल के गठन में कई योग्य , अनुभवी , निष्ठावान भाजपा के वरिष्ठ विधायकों का नाम नहीं पाकर मुझे व्यक्तिगत तौर पर बेहद दुःख भी है.कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश
इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लेकर बयान आया है-
मुझे कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. प्रदेश की जनता के सामने तथ्य हैं कि 15 महीनों में इन्होंने किस तरह प्रदेश का भंडार लूटा है. प्रदेश ने वादाखिलाफी का इतिहास देखा है. इनको मैं यही कहना चाहता हूं कि टाइगर अभी जिंदा है.ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी नेता
बता दें कि शिवराज ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी के बीच उन्होंने 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाई. बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन हुआ, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत शामिल हैं.
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