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ड्रग्स केस: आर्यन-अरबाज को ले जाते शख्स की BJP नेताओं के साथ फोटो क्यों?- NCP

Mumbai Drugs Case | NCB ने केपी गोसावी और मनीष भानुशाली को गवाह बताया लेकिन अब भी सवाल बाकी हैं

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मुंबई के क्रूज शिप ड्रग्स मामले (Mumbai Drugs Case) को लेकर अब एनसीबी खुद सवालों के घेरे में है. महाराष्ट्र सरकार में शामिल एनसीपी के नेता और मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने NCB पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी पर हुई कार्रवाई को फर्जीवाड़ा बता दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के कुछ पदाधिकारी एनसीबी अधिकारी की तरह आर्यन खान समेत अन्य आरोपियों को पकड़कर ले जा रहे थे. आरोप इतने गंभीर थे कि अब एनसीबी को खुद सामने आकर मामले की सफाई देनी पड़ी है.

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नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महाविकास अघाड़ी सरकार को लगातार बदनाम कर गिराने की कोशिश कर रही है. NCB के जरिए बॉलीवुड के ड्रग्स नेक्सस की साजिश रची जा रही है, जिससे मुंबई और महाराष्ट्र के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो.

आर्यन खान के साथ दिखा शख्स कौन?

3 अक्टूबर को मुंबई में क्रूज पार्टी पर हुई कार्रवाई में शाहरुख खान के बेटे आर्यन समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन इस कार्रवाई के दौरान एक शख्स आर्यन खान का हाथ पकड़कर NCB दफ्तर में ले जाते हुए दिखा. एनसीपी नेता मलिक ने कहा कि, इस शख्स का नाम केपी गोसावी है. वहीं अरबाज मर्चेंट को लेकर आने वाला शख्स मनीष भानुशाली है. दोनों के वीडियो सभी चैनलों पर देखे जा सकते हैं.

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नवाब मलिक ने दावा किया कि, हमारी जानकारी है कि ये दोनों शख्स बीजेपी के पदाधिकारी हैं. उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर महाराष्ट्र विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ फोटो मौजूद है. गोसावी का आर्यन खान के साथ फोटो वायरल होने के बाद NCB ने बताया था कि ये व्यक्ति NCB से जुड़ा हुआ नहीं है.

ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि ये दोनों शख्स कार्रवाई के दौरान हाई प्रोफाइल आरोपियों को पकड़कर कैसे ले जा रहे थे? क्या NCB कार्रवाई के लिए प्राइवेट लोगों को हायर करती है? क्या NCB इन दो व्यक्तियों के बारे में खुलासा करेगी?

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अरबाज के साथ दिखा शख्स कौन?

दूसरे शख्स को लेकर मलिक ने कहा कि, जानकारी है कि मनीष भानुशाली नामक व्यक्ति 22 सितंबर को दिल्ली में एक केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक कर रहे थे. जिसके बाद वो गुजरात मंत्रालय में भी कुछ मंत्रियों को मिले हैं. इसी दौरान गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर हजारों करोड़ ड्रग्स बरामद हुआ था. क्या इस ड्रग सीजर का इस व्यक्ति से कोई संबंध है ऐसा हमें शक है. इसीलिए हमारी मांग है कि NCB और बीजेपी इस पर खुलासा करे. बीजेपी के पदाधिकारी NCB के अधिकारी बनकर कार्रवाई कैसे कर रहे हैं इस बारे में खुलासा होना जरूरी है.

मनीष भानुशाली की जो फोटो एनसीपी की तरफ से जारी की गई हैं, उनमें वो बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं. जिनमें प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल हैं.
Mumbai Drugs Case | NCB ने केपी गोसावी और मनीष भानुशाली को गवाह बताया लेकिन अब भी सवाल बाकी हैं

इस पूरे विवाद के बाद मनीश भानुशाली का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि, एनसीबी नेता नवाब मलिक ने मुझ पर गलत आरोप लगाए हैं. बीजेपी ने इसमें कुछ नहीं किया. मुझे 1 अक्टूबर को ड्रग्स पार्टी होने की जानकारी मिली. मैं एनसीबी अधिकारियों के साथ शिप पर मौजूद था.

Mumbai Drugs Case | NCB ने केपी गोसावी और मनीष भानुशाली को गवाह बताया लेकिन अब भी सवाल बाकी हैं
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बीजेपी ने किया पलटवार 

नवाब मलिक के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, '' जबसे नवाब मलिक के करीबी रिश्तेदार को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया है, तबसे वह एनसीबी के खिलाफ जहर उगल रहे हैं. सवाल यह नहीं है कि वहां कोई मौजूद था या नहीं, उसका बीजेपी से संबंध था या नहीं. सवाल ये है कि वहां ड्रग्स पार्टी चल रही थी या नहीं. ''

फडणवीस ने आगे कहा, ''क्या नवाब मलिक ड्रग्स पार्टी का समर्थन कर रहे हैं, वह ड्रग्स पार्टी पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं? किसी के इशारे पर वो बीजेपी का नाम लेकर इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.''

एनसीबी ने दी सफाई

अब नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के बीजेपी के साथ सांठगांठ के आरोपों पर एजेंसी के अधिकारियों को सफाई देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी. जिसमें एनसीबी ने आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट का हाथ पकड़कर ले जा रहे इन दोनों शख्सों को स्वतंत्र गवाह बता दिया. एनसीबी ने कहा,

"कुछ इंडिपेंडेंट विटनेस जांच का हिस्सा थे. जिनमें से गोसावी भी एक था. एनसीपी के लगाए गए सभी आरोप झूठे और मनगढंत हैं. सब कुछ कानून के तहत किया गया. कानून इस बात की इजाजत देता है कि पंचनामे में गवाह को शामिल किया जाए. एनसीबी की कार्रवाई लगातार निष्पक्ष तौर पर जारी रहेगी."
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एनसीबी के दावे पर कई सवाल

हालांकि एनसीबी ने भले ही केपी गोसावी को गवाह बताकर इस मामले पर सफाई दी हो, लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या कोई गवाह किसी एनसीबी के अधिकारी की तरह आरोपियों का हाथ पकड़कर कहीं ले जा सकता है? इसका जवाब एजेंसी की तरफ से नहीं दिया गया. जो तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, उनमें ये शख्स शाहरुख खान के बेटे का हाथ पकड़कर एनसीबी दफ्तर में ले जाता हुआ नजर आ रहा है.

सवाल ये भी है कि क्या वाकई में ये संयोग हो सकता है कि जिन लोगों की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें हैं, उन्हीं दोनों को एनसीबी ने बतौर गवाह इस केस में साथ रखा. इन दोनों लोगों की एक दूसरे के साथ तस्वीर भी सामने आई है, जिससे ये साबित होता है कि दोनों एक दूसरे को भी जानते हैं.

गोसावी की पहले आर्यन खान के साथ सेल्फी वायरल हुई, जिसके बाद उसे एनसीबी अधिकारी बताया गया, लेकिन एनसीबी ने साफ किया कि वो उनका आदमी नहीं है... इसके बाद एनसीबी ने जब दोनों लोगों की प्रोफाइल सामने रख दी तो एनसीबी ने अब दोनों को गवाह के तौर पर पेश कर दिया है.

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