बिहार विधानसभा (Bihar Vidhansabha) में आज, 14 मार्च को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के तीखे तेवर देखने को मिले. नीतीश कुमार विघानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा (Speaker Vijay Kumar Sinha) पर भड़क गए.
उन्होंने लखीसराय में विधानसभा स्पीकर के कथित अपमान के मामले में अपनी बात कही. नीतीश कुमार ने बड़े तल्ख तेवर में कहा कि रोज-रोज एक ही मुद्दे को उठाया जाता है. उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही वो तय करेंगे कि गलती किस पक्ष की है.
संविधान का खुलेआम उल्लंघन हो रहा- नीतीश कुमार
नीतीश कुमार स्पीकर पर ऐसा भड़के कि उन्होंने इसे संविधान का घोर उल्लंघन बता दिया. ये भी कह दिया कि ऐसे सदन नहीं चलेगा. उन्होंने कहा,
आप संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. इस तरह से सदन नहीं चलेगी. एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं. हम उसपर जरूर विचार करेंगे. विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी. हम उसपर जरूर विचार करेंगे और देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है.नीतीश कुमार
इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि "मैं विधायकों का अभिरक्षक हूं... आसन को हतोत्साहित करने की बात ना हो. सरकार गंभीरता से इसपर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. आप लोगों ने ही मुझे विधानसभा अध्यक्ष बनाया है."
इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी औैर JDU आमने-सामने की स्थिति में है. विधानसभा अध्यक्ष बीजेपी से ही हैं. ऐसे में नीतीश की नाराजगी के बाद खबरों के अनुसार कई बीजेपी नेता भी नाराज बताए जा रहे हैं. इन सब के बीच विपक्ष को इसपर चुटकी लेने का मौका मिल गया है.
RJD ने कहा- NDA का सर्कस!
इस पूरे मामले पर बिहार में विपक्षी पार्टी आरजेडी ने चुटकी ली. पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके कहा कि,
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुस्से से आग बबूला होते हुए बीजेपी के बिहार विधानसभा अध्यक्ष और आसन को अपमानित करते हुए कहा है कि आप कौन होते है? संविधान पढ़िए. सभापति- आप ही बताइये, कैसे सदन चलेगा? हमें अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाकर एक दरोगा-सिपाही से बेइज्जत कराइयेगा. NDA का सर्कस!
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