बिहार (Bihar) में पिछले दिनों 50 से ज्यादा लोग जहरीली शराब का शिकार हुए. इस मामले को लेकर विपक्ष सीएम नीतीश कुमार (Nitish kumar) पर खूब हमलावर है, लेकिन बिहार में साथी दल बीजेपी ने भी राज्य की पुलिस पर सवाल उठाए थे. जिसका जवाब अब खुद नीतीश कुमार ने दिया है.
बैठक में पूछे जाएंगे सवाल
दरअसल जहरीली शराब से मौतों के मामले को लेकर बिहार बीजेपी चीफ की तरफ से आरोप लगाया गया था कि, इसमें पुलिस भी शामिल है. उन्होंने अपना ये बयान उस उच्च स्तरीय बैठक से ठीक पहले दिया, जो 16 नवंबर को जहरीली शराब मामले पर बुलाई गई है. नीतीश कुमार ने कहा,
"जिस तरह से शराबबंदी लागू की गई है, उसका कई जगहों पर उल्लंघन हुआ है. ये क्यों हुआ और कैसे हुआ इसे लेकर बैठक होने जा रही है. इस बैठक में हर जिले के प्रभारी जवाब देंगे. साथ ही संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहेंगे. अगर लोगों ने शिकायत की और उस पर एक्शन नहीं हुआ तो उसकी भी जांच करेंगे."
सर्वसम्मति से लागू हुई थी शराबबंदी- नीतीश
नीतीश कुमार ने शराबबंदी का समर्थन करते हुए कहा कि, इससे राज्य में क्राइम भी कम हुआ है. साथ ही शराबबंदी होने के बाद रोड एक्सीडेंट के मामलों में भी कमी आई है. पहले लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते थे और एक्सीडेंट होता था. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी के चलते कुछ लोग मेरे खिलाफ हो गए हैं. जो जिसके मन में आ रहा है वो बोल रहा है. जबकि इसे सर्वसम्मति से लागू किया गया था.
नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के हिंदू धर्म और हिंदुत्व वाले बयान पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि, ये सब तो उन्हें ही पूछना चाहिए. लोग कुछ भी बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं, काम में उनकी रुचि नहीं है. हम लोग तो काम में लगे रहते हैं. ज्यादातर लोगों के मन में होता है कि बयानबाजी करते रहो और चर्चा में बने रहो.
नीतीश कुमार ने एक्टर कंगना रनौत के भीख में आजादी वाले बयान पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि, इसके बारे में क्या ही कहें, लोगों ने इसे कैसे पब्लिश कर लिया. ये चीजें ध्यान देने के लायक नहीं हैं. कुछ लोगों की ये आदत होती है, हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं.
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