कर्नाटक में बीजेपी का जबरन सरकार बनाने और फिर शक्ति परीक्षण से पहले इस्तीफे ने पूरे विपक्ष को एकजुट होने और जश्न मनाने का मौका दे दिया है.
ममता बनर्जी से मायावती और तेजस्वी यादव से अखिलेश तक सभी ने इसे लोकतंत्र की जीत और बीजेपी के अहंकार की हार बताया है. सबसे रोचक तो चंद्रबाबू नायडू की प्रतिक्रिया है जो कुछ दिन पहले तक एनडीए का हिस्सा थे.
देखिए किसने क्या कहा-
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, "मुझे गर्व है कि हमने बता दिया कि भारत में पैसा, पावर ही सबकुछ नहीं है, जनमत सबसे ऊपर है. हमने बीजेपी और आरएसएस को बता दिया कि हर चीज की एक सीमा होती है. हमें उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस कर्नाटक की इस हार से सबक लेंगे."
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "ऑपरेशन कमल विफल रहा. येदियुरप्पा दो दिन के मुख्यमंत्री रहे, जैसा कि देश ने पूर्वानुमान लगाया था. उन्होंने सात दिनों के मुख्यमंत्री का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया, लोकतंत्र जीता, संविधान जीता."
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, "आज का दिन भारतीय राजनीति में धनबल की जगह जनमत की जीत का दिन है. सबको खरीद लेने का दावा करने वालों को आज ये सबक मिल गया है कि अभी भी भारत की राजनीति में ऐसे लोग बाकी हैं, जो उनकी तरह राजनीति को कारोबार नहीं मानते हैं. नैतिक रूप से तो केंद्र की सरकार को भी इस्तीफा दे देना चाहिए."
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, "लोकतंत्र की जीत हुई. कर्नाटक को बधाई. देवेगौड़ा जी, कुमारस्वामी जी, कांग्रेस और अन्य को बधाई. ये 'क्षेत्रीय' मोर्चे की जीत है.
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू येदियुरप्पा के इस्तीफे पर बयान देते हुए कहा कि, "हर कोई इसके बारे में खुश होगा. प्रधानमंत्री और बीजेपी ने लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश की. भ्रष्ट को प्रोत्साहित करके उन्होंने क्या संदेश दिया? बीजेपी ने जनार्दन रेड्डी को फिर से आगे लाकर राजनीति की."
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के मुताबिक- "बीजेपी हर जगह जबरन कब्जा करना चाहती है, इसके लिए केंद्र सरकार की मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है. देश के हर राज्य के गवर्नर को बीजेपी के शीर्ष लीडरशिप की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है. कर्नाटक में जो हुआ वो बेहद शर्मनाक था, लेकिन विपक्ष की एकता रंग लाई."
कर्नाटक में मिली सफलता ने विपक्ष को एकजुट होने का बहाना दे दिया है. इससे उनका भरोसा बढ़ा है कि सभी मिल जाएं तो बीजेपी को हराया जा सकता है.
विपक्ष की एकता के लिए कर्नाटक एक अहम मुकाम साबित हो सकता है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, "बीजेपी की लोकतंत्र को तोड़ने की कोशिश कर्नाटक में बुरी तरह विफल रही. गलत तरीकों से सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी की लालसा पूरी तरह से उजागर हुई है. क्या बीजेपी अब कोई सबक सीखेगी? भारत की न्यायपालिका का कद बढ़ा है और इसने हमारे लोकतंत्र की रक्षा की है.
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