कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के 1984 सिख विरोधी दंगों को लेकर दिए बयान ‘जो हुआ वो हुआ’ के जवाब में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. पीएम मोदी ने कहा है कि ये कांग्रेस का अहंकार है जो उसे पहले 44 सीटों पर ले आया इसबार वो इससे भी नीचे जाएगी.
पित्रोदा के बयान का जवाब देते हुए पीएम ने एक बार फिर से राजीव गांधी को याद किया और कहा कि इस वक्त राजीव गांधी ने कहा था कि, ‘कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती कांपती है.’ यहां तक कि कमलनाथ को पंजाब का प्रभारी और फिर मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया. तो इस बयान को सिर्फ पित्रोदा के बयान की तरह नहीं लेना चाहिए.
पित्रोदा ने कहा था पिछले 5 साल का हिसाब दें पीएम
बता दें कि 8 मई को बीजेपी के सीनियर नेता नितिन गडकरी ने कहा था कि ‘‘ये दुर्भाग्य है कि ये लोग अपनी सरकार में 1984 दंगे में जो लोग मरे थे उनके परिवारों को न्याय नहीं दिला पाए. दंगा कराने वाले जो लोग थे उनको ये लोग सम्मान दे रहे हैं.’’ गडकरी के इसी बयान के जवाब में सैम पित्रोदा ने कहा था कि ‘‘अब क्या है 84 का? आपने क्या किया है 5 साल में उसकी बात करिए. 84 में हुआ तो हुआ, आपने क्या किया?’’
पित्रोदा के इस बयान के बाद से बीजेपी एक्शन में आ गई और हमलावर हो गई. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ सिख समुदाय की व्यथा. 1984 में कांग्रेस के नेताओं ने जिनको मारा उनका दुख. दिल्ली के सेक्युलर होने पर. सैम पित्रोदा के इन तीन शब्दों में समाहित किया जा सकता है-हुआ तो हुआ’’
BJP मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश कर रही है-पित्रोदा
बीजेपी के हमलावर होन के बाद सैम पित्रोदा ने ट्वीट कर सफाई दी कि बीजेपी के नेता मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश कर रहे हैं. बीजेपी के नेता अपनी उप्लब्धी नहीं बता सकते हैं इसलिए वो झूठ का सहारा ले रहे हैं. मैं सिखों के उस दुख को समझता हूं जो उनपर दंगों के दौरान गुजरी होगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)