चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी 'पीके' ने सोमवार को अपने नए अभियान का ऐलान किया है. पीके ने कहा कि वे इसकी शुरुआत बिहार से करेंगे.
बीजेपी, जेडीयू, टीएमसी जैसी पार्टियों के लिए चुनावी रणनीति बनाने के बाद अब पीके की नजर खुद के लिए रणनीति बनाने पर है. प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने ट्वीट कर कहा कि जनता के बीच जाने का वक्त आ गया है. इसकी शुरुआत बिहार से होगी.
'जन सुराज'
प्रशांत किशोर ने कहा,
"लोकतंत्र में प्रभावशाली योगदान देने की उनकी भूख और लोगों के प्रति कार्य नीति तैयार करने में मदद करने का सफर काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है. आज जब वह पन्ने पलटते हैं तो लगता है कि समय आ गया है कि असली मालिकों के बीच जांए. यानी लोगों के बीच ताकि उनकी समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ सकें और 'जन सुराज' की पथ पर अग्रसर हो सकें. शुरुआत बिहार से."
प्रशांत किशोर ने अभी ये स्पष्ट नहीं किया है कि क्या वे अपनी कोई पार्टी बनाने जा रहे हैं या दोबारा नीतीश कुमार के साथ काम करेंगे. प्रशांत किशोर ने इससे पहले साल 2015 बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार की जेडीयू के लिए काम किया था और उस दौरान बिहार में आरजेडी और जेडीयू के बीच गठबंधन बना था और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी थी.
हालांकि साल 2020 के शुरुआत में ही नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. उस वक्त नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रशांत किशोर को अमित शाह के कहने पर ही पार्टी में शामिल किया गया था.
बता दें कि पीके के कांग्रेस में जाने और पार्टी के कायाकल्प का मिशन बीच में छूट गया है. प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) और कांग्रेस के बीच बात नहीं बन सकी.
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