चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (UttarPrdaesh, Prayagraj) में मंगलवार, 24 जनवरी को छात्रों ने नौकरी ना मिलने और परीक्षाओं में अनियमितताओं के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. छात्रों ने घंटों ट्रैक पर डेरा डालकर ट्रेनों की आवाजाही को बाधित किया और खूब बवाल काटा.
बाद में पुलिस पर आरोप लगे कि पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की और लाठीचार्ज किया. अब इस मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए प्रशासन ने 6 आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
वहीं दूसरी तरफ बिहार की राजधानी पटना में जहां से छात्रों का आंदोलन शरु हुआ वहां चर्चित खान सर समेत लगभग 400 लोगों और कोचिंग संस्थानों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज किया है.
6 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
छात्रों की पिटाई करने और लापरवाही बरतने के मामले में एसएसपी अजय कुमार ने छह पुलिसकर्मी सस्पेंड किए हैं, जिनमें एक इंस्पेक्टर और दो सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं. ये पुलिसकर्मी छात्रों की भीड़ को रोक पाने में भी नाकाम रहे थे. सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियों में ये नाम शामिल हैं.
मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश भारती
मीडिया सेल के सहायक प्रभारी सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र यादव
कर्नलगंज थाने की एनी बेसेंट चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर कपिल कुमार चहर
थाना शिवकुटी के 3 सिपाही मोहम्मद आरिफ, अच्छेलाल और दुर्गेश कुमार
इसके अलावा एसएसपी अजय कुमार ने दावा किया है कि इस मामले में जांच के बाद अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है.
खान सर पर FIR
बिहार में छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पटना स्थित कई कोचिंग संस्थानों और चर्चित खान सर के खिलाफ FIR दर्ज किया है. पुलिस के अनुसार खान सर और इन कोचिंग संस्थानों पर छात्रों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप है. रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने पटना में लगभग 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है.
छात्रों को पीटने का आरोप
प्रयागराज मामले में पुलिस अपना पक्ष ये कह कर रखने की कोशिश कर रही है कि उसने सिर्फ अराजकता फैलाने वालों पर कार्रवाई की है तो वहीं छात्रों का अरोप है कि उन्हें जानबूझकर हॉस्टल में घुसकर पीटा गया है.
क्योंकि मौका चुनाव का है तो विपक्ष भी इसे बड़ा मुद्दा बनाने की फिराक में है. समाजवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस तक ने इसपर ट्वीट किए हैं और योगी सरकार पर निशाना साधा है.
आपको बता दें कि बिहार में एनटीपीसी परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ छात्र सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने कई जगहों पर ट्रेनों को रोककर विरोध जताया तो कहीं ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. ये आंदोलन अब धीरे-धीरे देश के बाकी हिस्सों में भी फैल रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)