कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 16 मार्च को संसद में बैंकों की हालत और लोन डिफॉल्टर के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल ने लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री कहते थे कि जिन लोगों ने बैंकों से चोरी की है उनको वो पकड़ कर वापस लाएंगे. राहुल ने केंद्र सरकार से बैंक डिफॉल्टरों की लिस्ट मांगी, लेकिन वो आंकड़ों में कुछ गड़बड़ कर गए. संसद में राहुल ने 50 डिफॉल्टरों की लिस्ट मांगी, तो वहीं बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने 500 डिफॉल्टरों की जानकारी पूछ ली.
राहुल ने संसद में क्या कहा?
लोकसभा में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से बैंक लूटने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा,
भारतीय इकॉनमी बुरे दौर से गुजर रही है. हमारी बैंकिंग व्यवस्था काम नहीं कर रही है. बैंक फेल हो रहे हैं, इसका असल कारण है, बैंकों से पैसों की चोरी. मैंने पूछा था कि टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स हिंदुस्तान में कौन हैं? मुझे जवाब नहीं दिया गया. प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिन लोगों ने हिंदुस्तान के बैंकों से चोरी की है उनको पकड़कर लाऊंगा, मैंने प्रधानमंत्री जी से पूछा कि वे 50 लोग कौन हैं?’
राहुल ने कहा, “देश में 50 बड़े डिफॉल्टर कौन हैं, पीएम मोदी उनके नाम बताएं. जिन्होंने बैंक लूटने का काम किया है, उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करें.”
राहुल गांधी के सवाल पर संसद में हंगामा होने लगा. हंगामे की वजह से राहुल संसद से बाहर आ गए.
मीडिया से क्या बोले राहुल?
राहुल ने बाहर आकर मीडिया से बात करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा,
मैंने एक आसान सवाल पूछा कि जो विल-फुल डिफॉल्टर हैं उनका क्या नाम है लेकिन मुझे उनका नाम नहीं मिला, लंबा भाषण मिला. मेरा जो संसदीय अधिकार है सेकेंडरी सवाल पूछने का वो मुझे स्पीकर जी ने नहीं दिया. इससे मुझे काफी चोट पहुंची, ये सांसद होते हुए मेरे अधिकार पर चोट है. ये बिल्कुल गलत है. सवाल ये उठता है कि सरकार उन 500 विलफुल डिफॉल्टर का नाम बताने से डर क्यों रही है? हम जानते हैं कि इकनॉमी आगे नहीं बढ़ रही है, 500 लोगों ने भारत के पैसे चोरी किए हैं. प्रधानमंत्री कहते हैं वो कार्रवाई करेंगे, लेकिन वो नाम क्यों नहीं बताते हैं. मैं इस देश का आगाह कर रहा हूं कि बैंकों की जो अभी हालत है वो और खराब होने वाली है.
राहुल के सवाल पर अनुराग ठाकुर का जवाब
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के सवालों पर जवाब दिया है. उन्होंने कहा, “ऐसे लोगों की एक लिस्ट वेबसाइट पर मौजूद है. इसमें छिपाने की बात ही नहीं है. इनकी सरकार के दौरान पैसे लिए गए थे. कुछ लोग अपने किए पापों को दूसरे के सिर मढ़ना चाहते हैं. सदन के एक वरिष्ठ सदस्य द्वारा पूछा गया प्रश्न उनकी विषय में समझ की कमी को दर्शाता है.”
बता दें कि यस बैंक संकट के बाद राहुल गांधी लगातार सरकार को बैंक से जुड़े मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले 12 मार्च को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बैंक के संकट पर कहा कि सरकार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पैसे लेकर यस बैंक को बचाने की कोशिश कर रही है. ये पूरा मामला त्रासदी की तरफ बढ़ रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वो देश की अर्थव्यवस्था के लिए क्या कर रहे हैं और इस हालत का कारण क्या है.
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