- नई कांग्रेस कमेटी की पहली बैठक
- 2019 के चुनाव पर मंथन, गठबंधन पर जोर
- राहुल गांधी बोले- पार्टी का वोट बेस बढ़ाना ही अब लक्ष्य
- सोनिया गांधी बोलीं, मोदी सरकार की उलटी गिनती शुरू
- दिग्विजय सिंह और जनार्दन द्विवेदी CWC बैठक में नहीं पहुंचे
- राहुल गांधी ने 51 सदस्यीय कार्य समिति का गठन किया था
CWC की बैठक के बाद कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
5 घंटे की CWC मीटिंग में इन 10 मुद्दों पर हुई चर्चा
- कृषि सेक्टर में संकट, पीएम झूठे एनएसजी का ढोल बजा रहे हैं
- नौजवान रोजगार और मौकों से वंचित
- अर्थव्यव्स्था और औद्योगिक संकट
- दलितों, आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार
- ओबीसी और एमबीसी पर लिप सर्विस
- महिला
- विदेश नीति, आंतरिक और बाहरी सुरक्षा- 56 इंच के सीने वाले मोदी जी नाकाम
- संस्थाओं को पंगु बनाने का काम
- अांध्र प्रदेश को विदेश दर्जा. नॉर्थ ईस्ट और जम्मू कश्मीर पर चिंता
CWC की बैठक में कांग्रेस का पूरा जोर 2019 चुनाव के लिए देशभर में गठबंधन बनाने पर रहा. इसी के साथ पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने लिए राहुल गाधी को अधिकृत किया है.
इससे पहले सोनिया गांधी ने कहा कि हम गठबंधन को कारगर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. और इस प्रयास में हम सभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हैं. हमें अपने लोगों को इस खतरनाक सरकार से बचाना है. सोनिया गांधी ने कहा कि पीएम मोदी के भाषणों में साफ झलक रहा है कि मौजूदा सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है.
देश और गठबंधन के हित में फैसले लेगी कांग्रेस: सचिन पायलट
काम करने वाले नेता को मिलेगी ताकत: राजीव सातव
लोकसभा में राहुल गांधी ने जिस तरह पीएम मोदी को गले लगाया, उसकी खूब चर्चा हो रही है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने राहुल की झप्पी पर कहा कि कांग्रेस नफरत का जवाब मोहब्बत से देती है.
सचिन पायलट और शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि गठबंधन का चेहरा राहुल गांधी होने चाहिए.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नई गठित CWC अनुभव और ऊर्जा का संगम है. बीते हुए कल, आज और भविष्य के बीच का पुल है. राहुल ने मौजूद सदस्यों से भारत के दबे-कुचले लोगों की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज हाल में चुनी गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की पहली बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. मार्च के बाद ये CWC की पहली मीटिंग है. कांग्रेस के सभी बड़े फैसले CWC ही लेती है.
बैठक में मॉब लिंचिंग का भी मुद्दा उठा
भूपेश बघेल और पीएल पुर्णियां अपने भाषण के दौरान देश में हो रही लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र किया.
बैठक में नहीं पहुंचे दिग्विजय सिंह और जनार्दन द्विवेदी
इसी 17 जुलाई को राहुल गांधी ने अपनी पहली वर्किंग कमेटी की घोषणा की थी. इसमें 23 स्थायी सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 विशेष सदस्य हैं.
मनमोहन सिंह बोले, मोदी सरकार का बस जुमला गढ़ने पर ध्यान
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि पीएम मोदी का ध्यान जुमला गढ़ने पर ज्यादा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के दावों के लिए कृषि क्षेत्र में सालाना 14% की विकास दर चाहिए, जो कहीं आसपास नहीं दिख रही.
चिदंबरम ने क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन पर दिया जोर
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन पर जोर दिया. CWC की बैठक में पी. चिदंबरम ने कहा कि पार्टी देश के 12 राज्यों में मजबूत है और हम इस बार अपनी सीटें तीन गुनी बढ़ाकर 150 तक ला सकते हैं.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो गई है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी बैठक में मौजूद हैं.
नई कमेटी में जितेंद्र सिंह, आरपीएन सिंह, पीएल पूनिया, आशा कुमारी, रजनी पाटिल, रामचंद्र खुंतिया, अनुग्रह नारायण सिंह, राजीव एस सातव, शक्तिसिंह गोहिल, गौरव गोगोई और चेल्ला कुमार को अलग-अलग प्रदेशों को प्रभार सौंपा गया है. प्रभार के चलते ये सभी CWC के पदेन सदस्य (विशेष सदस्य) हैं.
इसके अलावा INTUC, सेवा दल, यथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, NSUI के अध्यक्षों को भी पदेन सदस्य बनाया गया है. वहीं विशेष आमंत्रित सदस्यों में के एच मुनियप्पा, अरुण यादव, दीपेंद्र हुड्डा, जितिन प्रसाद और कुलदीप विश्नोई हैं. कमेटी में मोतीलाल वोरा, अशोक गहलोत और एके एंटनी जैसे सीनियर लीडर भी हैं.
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