राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले गुरुवार को उदयपुर पुलिस ने बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि उन्हें उदयपुर के एक होटल में नजरबंद कर लिया गया. सांसद ने ये आरोप भी लगाया है कि उन्हें जबरन जिले से निकाल दिया गया. एमपी का आरोप है कि उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) के कारण उन्हें जिले से निकाला गया है. मीणा का पुलिस से बहस करते एक वीडियो भी सामने आया है.
उदयपुर से रवाना होते हुए सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पुलिस उन्हें आतंकित कर रही है. उन्हें पुष्कर भी नहीं जाने दिया जा रहा है. किरोड़ी ने कहा कि अगर उन्हें पुष्कर जाने से रोका गया तो वह अजमेर में धरना देंगे. बाद में किरोड़ी लाल ने बताया कि उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर कर रही है,इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन मैं निजी कार्यक्रम में शरीक होने के लिए उदयपुर आया था.
मैं प्रेस वार्ता में उदयपुर संभाग में भुखमरी, देह व्यापार, धर्मांतरण, मानव तस्करी और रोजगार जैसे मुद्दे उठाना चाह रहा था. मैं कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को कहना चाहता हूं कि वह चिंतन शिविर के साथ-साथ यहां की मुख्य समस्याओं पर चिंतन करे. मेवाड़ के लोगों ने वोट देकर कांग्रेस की सरकार बनाई है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उनकी समस्याओं पर गौर करना चाहिए. दुर्भाग्य है कि पुलिस ने मेरे लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन किया है.उदयपुर से निकलने के बाद मीणा के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा. अजमेर में भी मीणा और पुलिस के बीच नोकझोंक चलती रही.
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