पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव (Sharad Yadav) का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर शाम 75 साल की उम्र में निधन हो गया उनके निधन पर तमाम नेताओं ने शोक जताया है, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव खुद सिंगापुर के अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं, उन्होंने वीडियो जारी कर शोक जताया है.
अभी सिंगापुर में रात्रि में के समय शरद भाई के जाने का दुखद समाचार मिला. बहुत बेबस महसूस कर रहा हूं, आने से पहले मुलाकात हुई थी और कितना कुछ हमने सोचा था समाजवादी व सामाजिक न्याय की धारा के संदर्भ में. शरद भाई...ऐसे अलविदा नहीं कहना था। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!
शरद यादव को बिहार के सबसे सम्मानित समाजवादी नेताओं में से एक माना जाता था. उनमें गजब की राजनीतिक समझ थी, उन्हें राज्य की राजनीति में एक महान क्यूरेटर भी माना जाता था. शरद यादव लालू प्रसाद यादव को बाद के मुख्यमंत्री कार्यकाल के साथ-साथ जब केंद्रीय मंत्री थे, तब कई राजनीतिक सुझाव दिए थे.
शरद यादव अभी आरजेडी से जुड़े हुए थे और उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव पार्टी और बिहार के भावी नेता हैं. उन्होंने 1999 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रालय विभागों सहित अपने राजनीतिक जीवन में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया, वह जेडीयू में भी शामिल हुए और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने.
पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने भी शरद यादव के निधन पर शोक जताया है.
राहुल गांधी ने भी किया याद
राहुल गांधी ने शरद यादव को याद करते हुए कहा -मैंने शरद यादव जी से राजनीति के बारे में बहुत कुछ सीखा है, वह आज हमारे बीच नहीं रहें तो काफी दुख हो रहा है. उन्होंने कभी अपना सम्मान नहीं खोया क्योंकि राजनीति में सम्मान खोना बहुत आसान होता है
गृहमंत्री अमित शाह ने भी शरद यादव के निधन पर शोक जताते हुए कहा है-शरद यादव जी का हमारे बीच न रहना देश के सार्वजनिक जीवन के लिए अपूर्णिय क्षति है. 5 दशक लंबे सार्वजनिक जीवन में शरद जी ने हमेशा जनता के मुद्दे और पिछड़ों के मुद्दे उठाए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)