भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) ने अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया है. CPI ने मंगलवार को कहा कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद का मामला है. PTI की रिपोर्ट के मुतबाकि, पार्टी ने कहा कि हमारी नीति धार्मिक मान्यताओं और प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वास को आगे बढ़ाने के अधिकार का सम्मान करना है. धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है, जिसे राजनीतिक लाभ के साधन में नहीं बदला जाना चाहिए.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया कि कॉमरेड सीताराम येचुरी निमंत्रण मिलने के बावजूद समारोह में शामिल नहीं होंगे.
"CPI(M) की नीति धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करने और प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वास को आगे बढ़ाने के अधिकार की रक्षा करने की रही है. इसका मानना है कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है, जिसे राजनीतिक लाभ के साधन में नहीं बदला जाना चाहिए. इसलिए, हम समारोह में शामिल नहीं होंगे."भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (M)
"यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि..."
पार्टी ने आगे कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी और आरएसएस ने एक धार्मिक समारोह को राज्य प्रायोजित कार्यक्रम में बदल दिया है, जिसमें सीधे प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य सरकारी पदाधिकारी शामिल हैं.
"जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भारत में शासन का एक बुनियादी सिद्धांत यह है कि संविधान के तहत भारत में राज्य का कोई धार्मिक संबद्धता नहीं होनी चाहिए. इस आयोजन में सत्ताधारी शासन द्वारा इसका उल्लंघन किया जा रहा है."
बता दें कि राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 6,000 से ज्यादा लोगों के भव्य "प्राण प्रतिष्ठा" समारोह में भाग लेने की उम्मीद है.
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