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पवार के बाद तेजस्वी बोले:कांग्रेस बिना एकजुट विपक्ष की कल्पना नहीं

तीसरे मोर्चे के कयासों के बीच शरद पवार ने कहा थ कि कांग्रेस को किसी भी गठबंधन से बाहर नहीं किया जा रहा है.

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पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजे के बाद से ही राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष सक्रिय दिख रहा है. शरद पवार के घर विपक्षी दलों की बैठक, राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर का एक ही महीने में तीन बार शरद पवार से मिलना और महाराष्ट्र की राजनीति में गतिविधियां तेज होना ये सब इसी के उदाहरण हैं. इन सबके बीच जब हाल ही में एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) और टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के नेतृत्व में तमाम दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई गई थी और उसमें कांग्रेस शामिल नहीं हुई तो ऐसे कयास भी लगाए जाने लगे कि कांग्रेस को अलग कर विपक्षी दल किसी 'तीसरे मोर्चे' की तैयारी में हैं.

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लेकिन इन कयासों के बीच ही पहले शरद पवार ने साफ किया कि कांग्रेस को किसी भी गठबंधन से बाहर नहीं किया जा रहा है. अब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि कांग्रेस के बिना एकजुट विपक्षी गठबंधन की कल्पना ही नहीं की जा सकती.

कांग्रेस को आधार बना विपक्षी गठबंधन खड़ा होगा- तेजस्वी यादव

क्या कांग्रेस को अलग रखकर कोई मोर्चा बनाया जा सकता है? इस सवाल के जवाब में एनडीटीवी से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसका पूरे देश में संगठन है और देश की 200 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी को कांग्रेस सीधी टक्कर देती है ऐसे में एकजुट विपक्षी गठबंधन के लिए कांग्रेस को आधार बनाना होगा. वो ये भी कहते हैं कि जिन राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत हैं वहां ड्राइविंग सीट पर क्षेत्रीय पार्टियों के ही रखना होगा.

तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए कि कैसे गठबंधन एकजुट रहेगा. कांग्रेस के बिना तो आप कल्पना ही नहीं कर सकते. साथ मिल बैठकर गठबंधन तय करना होगा. देश के संविधान, संस्थाएं बचाने के लिए त्याग करना पड़ता है तो करना चाहिए.
एनडीटीवी से बातचीत में तेजस्वी यादव

किसी भी मोर्चे से कांग्रेस को बाहर नहीं किया जाएगा- शरद पवार

इससे पहले शरद पवार कह चुके हैं कि बीजेपी के खिलाफ तैयार होने वाले किसी भी मोर्चे से कांग्रेस को बाहर नहीं किया जाएगा. उन्होंने विपक्षी दलों की बैठक को लेकर कहा कि, इसमें किसी भी गठबंधन को लेकर चर्चा नहीं हुई है. लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो इसमें कांग्रेस को भी साथ लेकर चलेंगे. पवार ने कहा कि, मैंने बैठक में भी यही कहा कि हमें कांग्रेस जैसी पार्टी की भी जरूरत है.

विपक्ष का चेहरा कौन होगा?

इस सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव कहते हैं कि ये आगे तय किया जाएगा, जिसपर जनता ज्यादा भरोसा दिखाती है. वहीं इसपर शरद पवार कह चुके हैं कि, चर्चा अब तक नहीं की गई है, लेकिन लगता है सामुदायिक नेतृत्व की भूमिका रखकर ही हमें आगे जाना होगा. बता दें कि हाल फिलहाल में प्रशांत किशोर और शरद पवार की मुलाकातों को लेकर ऐसा कहा जा रहा था कि विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों में जुटे प्रशांत, शरद पवार से इसी की चर्चा कर रहे हैं. ऐसे कयास हैं कि प्रशांत किशोर, पवार के पास विपक्षी नेतृत्व का चेहरा ढूंढने के सिलसिले में गए थे. इस वक्त विपक्ष के सबसे ताकतवर नेताओं में सबसे पहला नाम ममता बनर्जी और शरद पवार का लिया जाता है. साफ है कोई विपक्षी धुरी बननी है तो इसमें ममता और पवार की बेहद अहम भूमिका होगी.

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