भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने बुधवार को त्रिपुरा (Tripura) में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया. चुनाव आयोग के द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक 16 फरवरी को यहां चुनाव करवाया जाएगा और वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी. चुनाव के दौरान राज्य भर में कुल 3,328 मतदान केंद्र होंगे. मौजूदा वक्त में राज्य में बीजेपी की सरकार है. त्रिपुरा का विधानसभा सत्र इस साल 22 मार्च को खत्म होने जा रहा है.
2023 में होने जा रहे त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस भी खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है.
टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी त्रिपुरा का दौरा कर चुकी हैं और चुनाव प्रचार के जोर पकड़ने पर वह फिर से त्रिपुरा जा सकती हैं.
इस बार के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी का लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन और तृणमूल कांग्रेस के साथ त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है. 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 34 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी के पास पांच हैं.
माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी-आधारित पार्टी आईपीएफटी के साथ अपने गठबंधन को जारी रखेगी.
त्रिपुरा की विधानसभा 60 सदस्यों की है. राज्य में 2018 के दौरान बीजेपी ने इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ गठबंधन करके दो-तिहाई बहुमत हासिल करते हुए राज्य में 25 साल से चले आ रहे लेफ्ट सरकार शासन को खत्म कर दिया था.
इस दौरान 35 सीटों पर बीजेपी, 16 पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और 8 पर आईपीएफटी ने जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट जीतने में नहीं कामयाब हो सकी थी.
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