उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज में बीते दिनों हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर फंसे अतीक अहमद और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने साफ कहा कि अतीक अहमद और उनका परिवार उमेश पाल हत्याकांड का दोषी पाया जाता है, तो अतीक की पत्नी शाइस्ता को बीएसपी से निष्काषित कर दिया जाएगा.
बता दें कि 24 फरवरी को हुए शूटआउट में 2005 में हुए बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर संदीप निषाद की हत्या कर दी गई.
प्रयागराज में राजू पाल की सालों पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के और उनकी पत्नी के ऊपर एफआईआर दर्ज किये जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है.
दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा-
बीएसपी ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमति शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा.
मायावती ने एक और ट्वीट में लिखा कि यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है, जिस पार्टी से वह एमपी और एमएलए आदि रहा है. अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से एसपी में चली गयी है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी. अत: इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं.
मायावती ने आगे अपने ट्वीट में लिखा कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा, उनके परिवार और समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, लेकिन यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति और धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है.
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