उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार 25 दिसंबर को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब विपक्षी नेता सत्ता में थे तब सरकार की नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद होता था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में छात्रों को एक करोड़ टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत की जहां उन्होंने विपक्षी पार्टी को घेरा. इस आयोजन में लगभग 60 हजार छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन दिया गया.
विपक्ष को टायर्ड और रिटायर्ड कहा
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि "ये 12 बजे सो कर उठने वाले युवा नहीं हैं. प्रदेश की जनता को कोरोना महमारी में गुमराह करके वैक्सीन का विरोध करने वाले युवा नहीं हैं. ये सब टायर्ड और रिटायर्ड हैं. इनसे उम्मीद मत करना."
यह आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर उनके नाम पर बने स्टेडियम में आयोजित किया गया था जहां ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्र थे. इसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले और कौशल विकास प्रशिक्षण लेने वाले छात्र भी शामिल थे.
योगी ने कहा महामारी के दौरान टेक्नोलॉजी की महत्ता बढ़ी है ऑनलाइन एजुकेशन दिया जा रहा है लेकिन कई बच्चों के पास फेसिलिटी नहीं है इसलिए हमने तय किया कि बच्चों को टैबलेट और स्मार्टफोन दिया जाए.
पिछली सरकारें पर नियुक्तियों को लेकर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया
योगी आदित्यनाथ ने कहा पहले सरकारी नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद होता था. एक परिवार और कुल के लोग वसूली के लिए बाहर निकल जाते थे.
उन्होंने कहा, "महाभारत का कोई रिश्ता ऐसा नहीं था जो वसूली पर नहीं निकलता था. शकुनि मामा, भांजा दुर्योधन, दुशासन और कुछ अन्य भतीजे निकलते थे."
योगी ने आगे कहा, "हमारी सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में 4.5 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं," उन्होंने दावा किया कि 2017 से पहले 10 वर्षों में 2 लाख से कम नौकरियां प्रदान की गईं थी.
4 लाख को नौकरी वाली बात बीजेपी सरकार का जुमला- अखिलेश
योगी आदित्यनाथ का जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, "सच्चे काम का सच्चा नाम का, ये असर होता है कि स्वयं नाम बदलने वाले भी स्टेडियम का नया नाम लेना भूल गये. उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की 4 लाख को नौकरी और 1 करोड़ को रोजगार देने की बात भी जुमला है. उप्र के बेरोजगार युवा इस महाझूठ का जवाब 2022 के चुनाव में बीजेपी को सत्तानिवृत्त करके देंगे."
अखिलेश यादव ने अपने एक और ट्वीट में लिखा, "उप्र के माननीय सत्ताधारी कह रहे हैं कि जो सत्ता से दूर है उसके पास पैसे कहां से आये, इसका मतलब साफ है कि बीजेपी मानती है कि सत्ता में रहने पर वो भ्रष्टाचार से पैसा कमाती है, वसूली से भी, ट्रांसफर-पोस्टिंग और बुलडोजर का डर दिखाकर भी, चंदे और बोरी की चोरी से भी… शर्मनाक बयान!"
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