उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में पुलिस की बर्बरता के बाद एक कारोबारी की मौत हो गई. इस मामले में अब आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पिछले दो दिन से घटना को लेकर योगी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. इसी बीच अब सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पहली बार घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि, जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.
पीड़ित परिवार से मिलेंगे योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए गोरखपुर की घटना का जिक्र किया. जिसमें उन्होंने ये भी बताया कि उनके ही कहने पर तुरंत मुकदमा दर्ज किया गया. साथ ही ये भी बताया कि वो पीड़ित परिवार से मिलेंगे. योगी ने कहा,
"2 दिन पहले गोरखपुर में एक दुखद घटना घटी थी. मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि तत्काल मुकदमा दर्ज होना चाहिए और दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा. अपराधी, अपराधी होता है. मैंने कल सुबह ही यहां के जिला प्रशासन को कहा था कि मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहूंगा."
इसके अलावा सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि, "क्योंकि दुखद घटना घटी है उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है. दोषी बख्शा नहीं जाएगा, सबकी जवाबदेही भी तय करेंगे. अपराध और अपराधियों को बर्दाश्त न करने की सरकार की नीति किसी से छुपी नहीं है. सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है. कानपुर तो इसका जीता जागता उदाहरण है."
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि गोरखपुर में घूमने आए तीन युवक एक होटल में ठहरे थे, लेकिन तभी रात करीब 12:30 बजे थाने के एसएचओ समेत कई पुलिसकर्मी होटल पहुंचे और इन युवकों के कमरे में चेकिंग करने लगे. आरोप के मुताबिक इस दौरान जब पुलिस से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंन मारपीट शुरू कर दी. दो दोस्तों को बाहर कर दिया गया, जबकि मनीष गुप्ता के साथ कमरे के अंदर जमकर मारपीट की गई, गंभीर रूप से घायल होने पर गुप्ता को पुलिस अस्पताल ले गई, जहां उसने दम तोड़ दिया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि मनीष गुप्ता को गंभीर चोटें आई थीं. जिसके बाद पुलिस पर लगे आरोप और भी पुख्ता हो चुके हैं. फिलहाल पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ हत्या का मामला चल रहा है.
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