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UP First Phase Voting: 58 सीटों पर 623 उम्मीदवार, बीजेपी के लिए सबसे कठिन चरण

2017 में 58 में से 53 सीटों पर BJP जीती. SP-BSP 2 और RLD 1 पर जीत सकी

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उत्तर प्रदेश चुनाव में 10 फरवरी को पहले फेज का मतदान (First Phase Voting) है. पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. कुल 623 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 156 पर क्रिमिनल केस दर्ज है. 20% तो ऐसे हैं जिन पर गंभीर अपराध के केस दर्ज हैं. साल 2017 में 58 में से 53 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. पहले चरण से जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में जानते हैं.

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एसपी-आरएलडी के 57 उम्मीदवार, एक पर एनसीपी को उतारा

पहले फेज में एसपी और आरएलडी गठबंधन के 57 उम्मीदवार मैदान में हैं. अनूपशहर सीट से एनसीपी उम्मीदवार केके शर्मा को उतारा गया है. एसपी आरएलडी ने 58 में से 43 सीटों पर नए चेहरों को उतारा है. बीजेपी, बीएसपी और कांग्रेस ने सभी 58 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.

फर्स्ट फेज में कुल 22783739 वोटर हैं, जिनमें 12331251 पुरुष और 10451053 महिला वोटर हैं. 1435 थर्ड जेंडर वोटर भी हैं. वोटिंग के लिए 10766 पोलिंग सेंटर 25849 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं.
2017 में 58 में से 53 सीटों पर BJP जीती. SP-BSP 2 और RLD 1 पर जीत सकी

यूपी में पहले चरण में उम्मीदवार

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

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पहले चरण में कौन से बड़े चेहरे मैदान में हैं?

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान है. उनमें से कई जगहों पर बीएसपी का अच्छा जनाधार रहा है. ऐसे में अबकी बार बीएसपी ने नए चेहरों को सबसे ज्यादा टिकट दिया है. पार्टी ने पूरी 58 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें से 56 पर नए चेहरे हैं. मांट से श्याम सुंदर शर्मा और गोवर्धन से राजकुमार रावत को दोबारा टिकट मिला. बड़े चेहरों की बात करें तो राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह नोएडा से मैदान में हैं. बीजेपी के टिकट में बेबी रानी मौर्य आगरा ग्रामीण से, कैराना से एसपी के टिकट पर नाहिद हसन और बीजेपी से मृगांका सिंह मैदान में हैं.

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पहले चरण में योगी के 9 मंत्री मैदान में हैं

पहले चरण में योगी के 9 मंत्रियों की साख दांव पर है. गाजियाबाद से यूपी के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग हैं. थाना भवान से गन्ना मंत्री सुरेश कुमार राणा, मथुरा से बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा, अतरौली से राज्यमंत्री संदीप कुमार सिंह, शिकारपुर से वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल कुमार, मुजफ्फरनगर से मंत्री कपिल देव अग्रवाल, हस्तिनापुर से बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री दिनेश खटिक, आगरा कैंट से समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉक्टर जीएस धर्मेश और छाता से डेयरी और पशुपालन मंत्री लक्ष्मी नारायण मैदान में हैं.

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साल 2017 में 58 में से 53 सीटों पर बीजेपी की जीत

पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा में मतदान है. पहले चरण में जिन 58 सीटों पर चुनाव है, साल 2017 में यहां से 53 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. एसपी 2, आरएलडी 1 और बीएसपी 2 सीट पर चुनाव जीत सकी थी. कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.

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पहले फेज में हर दूसरा उम्मीदवार करोड़पति

यूपी के पहले फेज के चुनाव में 615 में से 280 उम्मीदवार करोड़पति हैं. यानी लगभग आधे करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं. सबसे अमीर उम्मीदवार मेरठ कैंट से बीजेपी के अमित अग्रवाल हैं. वे 148 करोड़ रुपए संपत्ति के मालिक हैं. दूसरे नंबर पर बीएसपी के एसके शर्मा है. मथुरा से उम्मीदवार हैं. 112 करोड़ रुपए की संपत्ति हैं. तीसरे नंबर पर सिकंदराबाद से एसपी उम्मीदवार राहुल यादव हैं. 100 करोड़ की संपत्ति है.

2017 में 58 में से 53 सीटों पर BJP जीती. SP-BSP 2 और RLD 1 पर जीत सकी

यूपी मेंपहले चरण में करोड़पति उम्मीदवार

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

2017 में 58 में से 53 सीटों पर BJP जीती. SP-BSP 2 और RLD 1 पर जीत सकी

यूपी:पहले चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

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एसपी+आरएलडी और बीएसपी में सबसे कम महिला उम्मीदवार

पहले फेज में महिला उम्मीदवारों की बात की जाए तो 74 (12%) महिला उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 16 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया. आरएलडी और एसपी के मिलाकर 4 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं.

2017 में 58 में से 53 सीटों पर BJP जीती. SP-BSP 2 और RLD 1 पर जीत सकी

यूपी:पहले चरण में महिला उम्मीदवार

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

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पश्चिमी यूपी से चुनाव की शुरुआत हो रही है, जहां रैलियों में किसान आंदोलन, गन्ने का समय पर भुगतान, मुजफ्फरनगर हिंसा और कैराना पलायन जैसे मुद्दों को जिक्र किया गया. अमित शाह ने कैराना से चुनाव प्रचार की शुरुआत की तो योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर दंगे की याद दिलाई. अखिलेश और जयंत चौधरी ने जाट मुस्लिम एकजुटता के कई कार्यक्रम किए. अब फैसला जनता के हाथ में है. उसे तय करना है कि पांच साल आजमाई हुई योगी सरकार चाहिए या फिर अखिलेश जयंत की जोड़ी वाली नई सरकार.

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