उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी कामगारों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के इस समय में कांग्रेस के नेता 'ओछी राजनीति' ना करें.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, योगी ने एक निजी समाचार चैनल से कहा, ''औरैया, उत्तर प्रदेश में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, कांग्रेस नेतृत्व को इस बात को समझना चाहिए कि उनमें से एक ट्रक राजस्थान और दूसरा पंजाब से आया था और प्रवासी कामगारों को बिहार और झारखंड ले जाने के लिए उनसे भारी पैसा लिया गया था.''
योगी ने कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा, ‘’तब क्या कर रहे थे ये लोग ... यानी शोषण भी करेंगे और फिर ईमानदारी का चेहरा भी दिखाएंगे ... सौ चूहे खाकर बिल्ली हज करने चली... ये कहावत आज कांग्रेस नेतृत्व की हो गई है.’’
उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर प्रवासी कामगारों का 'मजाक' बनाने का आरोप लगाते हुए कहा, ''मुझे लगता है कि ये कांग्रेस का बहुत शर्मनाक चेहरा है.'' योगी ने कहा कि अगर राज्य सरकारें हमें प्रवासी श्रमिकों की लिस्ट देंगी तो निश्चित ही हम अनुमति देंगे.
योगी ने कहा कि हमें बसों और कामगारों की लिस्ट चाहिए ताकि हम आश्वस्त हो सकें कि सभी प्रवासी उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और हम उन्हें सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचा सकते हैं, लेकिन तीन दिन से कोई लिस्ट कांग्रेस ने नहीं दी.
प्रवासी कामगारों के मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 18 मई को ट्वीट कर कहा, ''प्रवासी मजदूरों की भारी संख्या घर जाने के लिए गाजियाबाद के रामलीला मैदान में जुटी है. यूपी सरकार से कोई व्यवस्था ढंग से नहीं हो पाती. अगर एक महीने पहले इसी व्यवस्था को सुचारू रूप से किया जाता तो श्रमिकों को इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती.''
इसके अलावा प्रियंका ने कहा, ''कल हमने 1000 बसों का सहयोग देने की बात की, बसों को यूपी बॉर्डर पर लाकर खड़ा किया तो यूपी सरकार को राजनीति सूझती रही और हमें परमिशन तक नहीं दी.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)