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UP में पैदल एंट्री पर रोक,गाजियाबाद में दिखा नाकाफी इंतजाम का सबूत

पिछले दो दिनों से दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मजदूर जुटे हुए हैं.

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यूपी सरकार का फरमान है-कोई पैदल या टेंपो, ट्रक में राज्य में एंट्री नहीं करेगा. ऐसा औरैया हादसे के बाद किया गया, जिसमें 32 मजूदरों की मौत हो गई. लेकिन अब मजदूरों पर नई मुसीबत आ गई है. सोमवार को गाजियाबाद में तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेन के लिए हजारों प्रवासी मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन करने के लिए रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए. लेकिन उचित व्यवस्था न होने के कारण लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं.

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पिछले दो दिनों से दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मजदूर जुटे हुए हैं. ये मजदूर ज्यादातर बिहार, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. ये भीड़ उत्तर प्रदेश सरकार के नए आदेश के बाद लगी. जिसके मुताबिक मजदूर अब पैदल, ट्रक या टैम्पू से यात्रा नहीं करेंगे.

मजदूरों की आवाजाही के चलते दिल्ली-यूपी सीमा पर जाम जैसे हालात बन गए. सुबह दफ्तर का वक्त होने के चलते और बार्डर पार पहुंचने के इंतजार में मौजूद श्रमिकों की भीड़ के चलते हालात बेकाबू हो गए.

सबसे ज्यादा मुश्किल दिल्ली से गाजियाबाद में घुसने वालों को हो रही है. क्योंकि विशेष ट्रन से देश के दूर-दराज इलाकों से दिल्ली पहुंचे सैकड़ों श्रमिक इस बार्डर पर मौजूद हैं. यह वे श्रमिक हैं जिन्हें या तो गाजियाबाद में घुसना है, या फिर वाया गाजियाबाद यूपी के अन्य जिलों में जाने के लिए प्रवेश करना है.

बता दें कि कोई साधन नहीं मिलने से प्रवासी मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों से ट्रक और टैंपू से यात्रा कर रहे हैं, जिस वजह से 100 से ज्यादा मजदूर हादसे का शिकार हो चुके हैं. योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों से अपील की है कि लोग पैदल या गैरकानूनी तरीके से यात्रा ना करें, लेकिन इस वीडियो को देखकर तो यही जा सकता है कि यूपी सरकार ने उन्हें सुरक्षित तरीके से घर पहुंचाने का पूरा इंतजाम नहीं किया.

ये भी पढ़ें- यूपी में प्रवासी मजदूरों के साथ फिर हादसा, 12 लोग घायल

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