बिहार में रामनवमी (Ram Navmi) के मौके पर जिन क्षेत्रों में हिंसा देखने को मिली उसमें सासाराम के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा भी है. नालंदा के बिहारशरीफ (Biharsharif) में 30 मार्च को रामनवमी जुलूस के दौरान भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद कई घरों, दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. प्रशासन ने इंटरनेट पर रोक लगा दी और धारा 144 भी लागू कर दी, लेकिन आज फिर से जुलूस निकालने की तैयारी है.
इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू, कई लोग गिरफ्तार
नालंदा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए पथराव, हिंसा, गोलीबारी, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना में दर्जनों दुकानें जलकर राख हो गईं. जिलाधिकारी और एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया. इसके बाद एसपी ने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और अपने घर से बाहर न निकलें. इसके साथ ही शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया.
बिहार पुलिस ने जानकारी दी है कि नालंदा में 27 जबकि सासाराम में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
आज भी जुलूस निकालने की तैयारी
इस भयानक हिंसा के बाद बावजूद सिलाव में आज भी रामनवमी का जुलूस निकाला जाना है. एसपी ने कहा है कि इस शोभा यात्रा को स्थागित नहीं किया गया है. पुलिस की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है.
ये यात्रा काफी संवेदनशील मानी जा रही है क्योंकि 2018 में भी रामनवमी जुलूस के दौरान सिलाव में हिंसा और गोलीबारी देखने को मिली थी.
कैसे हुई ये घटना
शुक्रवार को बिहारशरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने भगवान राम की भव्य शोभायात्रा निकाली थी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे. कांटा मोहल्ला पहुंचने के बाद इसमें पत्थरबाजी शुरू हो गई और भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया. इसमें कई राउंड फायरिंग भी हुई और करीब एक दर्जन लोग जख्मी हुए. 3 लोगों को गोली लगने की भी सूचना है.
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