उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) जिले में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्टेडियम है. यहां पूरे प्रदेश से आई महिला कबड्डी खिलाड़ियों को शौचालय में खाना परोसने का मामला सामने आया है. महिला खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि जो खाना दिया गया वो भी बेहतर क्वालिटी का नहीं था. सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन ने जांच शुरू कर दी.
आनन-फानन में सहारनपुर के रीजनल स्पोटर्स ऑफिसर अनिमेश सक्सेना को सस्पेंड कर दिया गया.
उत्तर प्रदेश कबड्डी संघ की ओर से अंडर-17 जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसकी मेजबानी इस बार जिला सहारनपुर को मिली थी. आयोजन 16 सितंबर को सहारनपुर के भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में हुआ. इसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से करीब 300 महिला कबड्डी खिलाड़ी शामिल हुईं.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक, इन खिलाड़ियों को दोपहर का भोजन शौचालय में दिया गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि चावल, सब्जी के बर्तन सब शौचालय के अंदर जमीन पर रखे हैं और खिलाड़ी खुद ही खाना लेकर बाहर निकलते दिखाए दे रहे हैं.
ये वॉशरूम स्पोटर्स स्टेडियम के स्वीमिंग पूल बिल्डिंग में बना हुआ है. यहां चेंजिंग रूम और टॉयलेट रूम एक ही है.
खिलाड़ियों के मुताबिक, चावल अधपके थे और उन्होंने इन्हें खाने से मना कर दिया और इसकी शिकायत स्पोटर्स ऑफिसर से की है, जिसके बाद वे चावल हटा दिए गए और दोबारा चावल मंगवाकर पकाए गए. उसी वक्त स्पोटर्स ऑफिसर अनिमेश सक्सेना ने भी चावल मार्केट से खराब आने और उन्हें लौटाकर दोबारा बनवाने की बात स्वीकारी थी.
उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक डॉ आरपी सिंह ने सहारनपुर के रीजनल स्पोटर्स ऑफिसर अनिमेश सिंह से स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद अपर मुख्य सचिव (खेल) के आदेश पर 19 सितंबर की रात अनिमेश सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. सस्पेंशन लेटर में खेल निदेशक ने कहा है कि टॉयलेट रूम में खाना परोसने के वीडियो से सरकार और विभाग की बदनामी हुई है.
वहीं इस पूरे मामले में निलंबित हुए रीजनल स्पोटर्स ऑफिसर अनिमेश सक्सेना का कहना है कि फिलहाल स्पोटर्स स्टेडियम में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं. इस वजह से सब कुछ अस्त-व्यस्त पड़ा है. दूसरा, 16 सितंबर को आयोजन वाले दिन बारिश हो गई. कहीं और जगह नहीं होने के कारण बारिश से बचाव हेतु कुछ देर के लिए टॉयलेट रूम में खाना रखवा दिया गया था."
सिटी मजिस्ट्रेट एपी सिंह ने स्टेडियम पहुंचकर इस प्रकरण की जांच की. उधर, डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि स्थानीय स्तर पर एडीएम वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार से जांच कराई जा रही है. एक जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.
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