कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने चुनावों में एकजुट रहने की सलाह दी. पार्टी आपसी कलह की वजह से एक-एक कर अपने कई राज्य गंवा चुकी है.
सूत्रों ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस को अंदरूनी कलह के कारण मिली हार के बाद, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश के नेताओं से पंजाब जैसी स्थिति से बचने और एकजुट रहने के लिए कहा है, क्योंकि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि आप सब ठीक एक साथ बैठे हैं लेकिन नहीं तो आप एक-दूसरे से बात तक नहीं करते हैं.
बता दें, बैठक में कांग्रेस हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी मौजूद थे. आम आदमी पार्टी से पंजाब हारने के बाद, कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को हिमाचल प्रदेश में आप की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी.
राजीव शुक्ला ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के लिए आप कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि आप के टिकट पर चुनाव वही लड़ेगा जिन्हें बीजेपी या कांग्रेस से टिकट नहीं मिलेगा.
वहीं, सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ राज्य में आप की स्थिति पर चर्चा की. साथ ही कांग्रेस नेताओं को चुनावी रणनीति तैयार करने को कहा. सूत्रों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी नेताओं ने सोनिया गांधी से वादा किया कि वे एकजुट रहेंगे और वहां पंजाब जैसी स्थिति नहीं दोहराई जाएगी. पार्टी नेताओं ने एआईसीसी अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि केंद्रीय नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, राज्य के नेता उसे स्वीकार करेंगे.
सूत्रों का कहना है कि स्थिति के मुताबिक प्रदेश पार्टी अध्यक्ष और विधायक दल के नेता को भी बदला जा सकता है. हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व अभी कोई पदाधिकारी नहीं बदल रहा है, लेकिन विकल्प खुला है.
दरअसल, कांग्रेस ने पिछले साल हिमाचल प्रदेश में हुए उपचुनावों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए मंडी लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. पार्टी इस सफलता को आगामी विधानसभा चुनाव में दोहराने की कोशिश कर रही है.
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