भागलपुर में दंगा भड़काने के आरोप में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत और आठ अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया गया है. हालांकि अरिजित ने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है.
क्यों भड़क गए बीजेपी नेता अश्विनी चौबे?
सरेंडर पर उठाया सवाल
वॉरंट जारी होने के खबर आने के बाद, अरिजित ने सरेंडर पर सवाल उठाते हुए कहा, मुझे सरेंडर क्यों करना चाहिए? कोर्ट वारंट जारी करता है, लेकिन अदालत आश्रय भी देती है. एक बार जब आप अदालत में जाते हैं तो आप केवल वही करेंगे जो वह आपके लिए तय किया गया होता है. अगर पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए आती है तो मैं वहीं करूंगा जो वो कहेंगे. मैंने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर रखी है.
“मैं न्यायालय की शरण में हूं. भागते वो है, खोजना उनको पड़ता है जो कहीं गायब हो गए हो. मैं समाज के बीच में हूं.”अरिजित शाश्वत, बीजेपी नेता
9 आरोपियों के खिलाफ वॉरंट
पुलिस ने इस सिलसिले में दर्ज दो प्राथमिकियों में से एक में नामित नौ लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी. अतिरिक्त लोक अभियोजक( एपीपी) वीरेश मिश्रा ने बताया, ‘‘ अरिजित के अलावा अभय कुमार घोष, सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अमित लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ भी वॉरंट जारी किया गया.'' भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को अदालत के आदेश की कॉपी मिली है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
अरिजित के पिता अश्विनी कुमार चौबे बीजेपी सासंद और केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं.
हिंदू नव वर्ष के मौके पर भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से झांकी निकाली गई थी. इससे भागलपुर में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था. इस घटना में दो पुलिसकर्मी सहित कुछ अन्य लोग जख्मी भी हुए थे.
इस घटना पर विरोध जताते हुए विपक्षी आरजेडी और कांग्रेस ने पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा के कामकाज को रोक दिया था. दोनों पार्टियां दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी.
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