बिहार की राजधानी पटना में रमजान के आखिरी जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahmad) के समर्थन में नारेबाजी की गई. जिसको लेकर बिहार का सियासी माहौल गर्मा गया है. आरोप है कि जुमे की नमाज के बाद पटना स्टेशन स्थित जामा मस्जिद के पास नमाजियों ने अतीक अहमद अमर रहे हैं के नारे लगाए.
इस नारेबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि...
"बिहार पीएफआई का अड्डा बन चुका है. जिसे राज्य सरकार का समर्थन प्राप्त है. अपराधियों की कोई जात धर्म नहीं होता, अगर कोई अपराधी का समर्थन करता है तो वो भी अपराधी है ऐसे लोगों को बीच चौराहे पर गोली मार देनी चाहिए."हरिभूषण ठाकुर बचौल, विधायक, BJP
वहीं इस नारेबाजी पर जेडीयू की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि, "उत्तर प्रदेश में पुलिस के रहते हुए अतीक अहमद की जो हत्या हुई है वह भी स्वीकार नहीं है. और बिहार में इस तरह के नारेबाजी हो रही है वह भी ठीक नहीं। इससे समाज में गलत संदेश जाता है. अपराधी का कोई जाति और धर्म नहीं होता अपराधी अपराधी ही होता है ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी ही चाहिए।
"पुलिस के गिरफ्त में अतीक अहमद की जिस तरह से हत्या कर दी गई वह ठीक नहीं, क्योंकि हत्या जिस तरह से की गई यह दर्शाता है कि यूपी में कानून व्यवस्था किस तरह की है. लोग जो नारेबाजी कर रहे हैं वह ठीक नहीं है. लेकिन यूपी पुलिस-प्रशासन के रवैया से लोग देश भर में खफा है."एजाज अहमद, प्रवक्ता, RJD
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार, 15 अप्रैल की देर रात को पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पत्रकारों से बात करते समय दोनों को गोली मारने का वीडियो वायरल हो गया था. तीनों हत्यारों को भी उसी समय हिरासत में ले लिया गया था जब वह अतीक और अशरफ की हत्या के बाद जय श्री राम का नारा लगा रहे थे.
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