दिल्ली में ऑटो और काली-पीली टैक्सी का किराया बढ़ाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. माना जा रहा है कि बढ़े हुए किराये को अगले हफ्ते से लागू किया जा सकता है.
किराया बढ़ाने से संबंधित फाइलों के सभी काम पूरे कर दिल्ली परिवहन विभाग ने दिल्ली सरकार के पास प्रस्ताव भेज दिया है.
राज्य की ओर से नियुक्त 11 सदस्यीय फेयर रीविजन कमेटी द्वारा दिल्ली सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में ऑटो-रिक्शा का किराया 14.3% तक बढ़ सकता है. ऑटो और टैक्सी आदि का किराया बढ़ाने से संबंधित सुझाव देने के लिए दिल्ली सरकार ने कुछ महीने पहले परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त अनिल बंका के नेतृत्व में ये कमेटी गठित की थी. कमेटी ने जनवरी के आखिर में अंतिम बैठक पूरी कर ली थी.
कितना बढ़ेगा ऑटो का किराया
मौजूदा समय में दिल्ली में ऑटो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 25 रुपए तय है. इसके बाद का सफर करने पर 8 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से किराया देना होता है.
नए प्रस्ताव के तहत पहले दो किलोमीटर के लिए पहले की तरह 25 रुपए ही देने होंगे. लेकिन इसके बाद प्रति किलोमीटर की यात्रा के लिए करीब 10 रुपए किराए की बात कही गई है. इसके अलावा, जाम आदि में फंसने पर 1 रुपए प्रति मिनट का चार्ज भी प्रस्ताव में रखा गया है.
नाइट चार्जेस के तहत रात नौ बजे से सुबह 5 बजे के बीच यात्रा करने पर 25 फीसदी अतिरिक्त किराया वसूलने का प्रस्ताव भी इसमें शामिल है.
इन सेवाओं के भी बढ़ेंगे किराये
पिछले दिनों परिवहन विभाग में आयोजित बैठक में कई अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट का किराया बढ़ाने की मांग भी की गई थी. मिनी बस सेवा, मेट्रो फीडर बस सेवा, फटफट सेवा और ग्रामीण सेवा जैसे यातायात के साधनों के लिए फिलहाल 5 रुपये, 10 रुपये और 15 रुपए किराया निर्धारित है. इनका किराया साल 2009 से नही बढ़ा है. प्रस्तावित किराये में 10 रुपये, 20 रुपये और 30 रुपये की मांग की गई है.
टैक्सी यूनियन की मांग
दिल्ली में काली-पीली टैक्सी का मौजूदा किराया पहले एक किमी पर 25 रुपये है. इसके बाद 14 रुपये प्रति किलोमीटर और जाम में फंसने पर 15 मिनट के बाद 15 रुपये, जबकि रात्रि सेवा के लिए 25 फीसदी अतिरिक्त चार्ज है. ऑटो टैक्सी यूनियन के नेता राजेंद्र सोनी के मुताबिक अब पहले किमी के लिए 50 रुपये, इसके बाद 20 रुपये प्रति किमी और वेटिंग के लिए सौ रुपया प्रति घंटा की मांग की गई है. रात्रि सेवा के लिए 50 फीसदी अतिरिक्त चार्ज की मांग की गई है.
ये भी पढ़ें - जानिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का किराया कितना सस्ता,कितना महंगा?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)