बिहार (Bihar) में पूरी तरह शराबबंदी लागू होने का दावा पिछले कई सालों से किया जा रहा है, लेकिन हर बार अवैध और जहरीली शराब को लेकर राज्य सरकार की किरकिरी होती रही है. राज्य में जहरीली शराब से 50 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हाई लेवल मीटिंग ले रहे हैं, लेकिन जिस सचिवालय में ये बैठक चल रही है उसके ठीक बाहर कूड़े में पड़ी शराब की बोतलें सरकारी दावों की पोल खोलती दिख रही हैं.
सचिवालय के बाहर शराबबंदी की पोल खोलती तस्वीरें
दरअसल राज्य में लगातार जहरीली शराब का कहर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं. नीतीश कुमार ने इसके लिए एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें तमाम अधिकारी और जिला प्रभारी शामिल हैं.
इस बैठक की कवरेज के लिए जब कुछ पत्रकार पटना के मुख्यमंत्री सचिवालय के गेट पर पहुंचे तो उन्हें वहां कुछ और ही नजारा दिखा.
यहां गेट के ठीक बगल में कूड़ा पड़ा हुआ था, लेकिन कूड़े में कुछ शराब की खाली बोतलें भी पड़ी हुई नजर आईं. जिस शराब पर पूरी तरह रोक के दावे के साथ मुख्यमंत्री बैठक लेने वाले थे, उसी शराब की मौजूदगी के निशान बाहर बिखरे पड़े थे.
जब मीडिया में ये तस्वीरें चलाई गईं और प्रशासन तक इसकी सूचना पहुंची तो आनन-फानन में वहां तुरंत एक कूड़ा उठाने वाली गाड़ी भेजी गई. जिसने शराबबंदी की पोल खोलती इन खाली बोतलों को वहां से उठा लिया.
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