बिहार के सीएम नीतीश कुमार के काफिले पर शुक्रवार को पथराव किया गया. वो अपनी विकास समीक्षा यात्रा दौरान एक गांव जा रहे थे. मुख्यमंत्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. तत्काल इस बात का पता नहीं लगा सका कि पथराव करने वाले कौन थे और उन्होंने ऐसा क्यों किया.
घटना की जांच जारी है
पटना में जारी एक आधिकारिक बयान में कुमार के हवाले से कहा गया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी. विपक्षी आरजेडी पर परोक्ष हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को उकसाने और गुमराह करने की राजनीति में लिप्त लोगों को विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से दिक्कत है. लेकिन हमें उनकी परवाह नहीं है.''
‘मेरी प्रतिबद्धता से कुछ लोग परेशान हैं’
एक जनसभा को संबोधित करने गए नीतीश ने कहा, ‘‘राज्य की प्रगति को लेकर मेरी प्रतिबद्धता से कुछ लोग परेशान हैं. वे लोगों को गुमराह करने और उकसाने की कोशिश करते हैं लेकिन लोगों को इस तरह की छोटी चीजों को लेकर हिंसक नहीं होना चाहिए.''
मुख्यमंत्री के दौरे में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों ने काफिले पर पथराव किया लेकिन इसके बावजूद काफिला आगे बढ़ा. उन्होंने बताया कि काफिला गांव के लिए आगे बढ़ गया जहां मुख्यमंत्री ने 272 करोड़ रुपये की 168 योजनाओं का उद्घाटन किया.
इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरा उद्देश्य राज्य की राजधानी से सरकार चलाना नहीं है बल्कि साथ ही जमीनी हकीकत और विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी है ताकि सड़क, स्वच्छ जल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं राज्य के हर गांव, इलाके तक पहुंचें.''
दलित इलाके के लोगों ने किया है पथराव?
रिपोर्ट में चल रही कुछ खबरों के मुताबिक नंदन गांव के दलित इलाके के रहने वाले कुछ लोगों ने पथराव किया. वे चाहते थे कि कुमार उनके घरों का दौरा करें और खुद देखें कि उनके घर सुविधाओं की कितनी कमी है. इन खबरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है. इस बीच, सत्तारूढ़ बीजेपी-जेडीयू गठबंधन और आरजेडी के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मंगल पाण्डेय ने आरजेडी का नाम लिये बगैर घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि ये ‘घटना प्रायोजित' थी, जिसमें ‘एक खास राजनीति दल से संबंध' रखने वाले लोग शामिल थे.
इस बीच, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश जी आत्ममनन और चिंतन करें कि हर जगह, हर समय और हर क्षेत्र के लोग उनका विरोध क्यों और किसलिए कर रहे हैं?''
(गणतंत्र दिवस से पहले आपके दिमाग में देश को लेकर कई बातें चल रही होंगी. आपके सामने है एक बढ़िया मौका. चुप मत बैठिए, मोबाइल उठाइए और भारत के नाम लिख डालिए एक लेटर. आप अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं. अपनी चिट्ठी lettertoindia@thequint.com पर भेजें. आपकी बात देश तक जरूर पहुंचेगी )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)