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बिहार के कानून मंत्री के खिलाफ वारंट-BJP के आरोप पर जवाब-1 सितंबर तक है राहत

बीजेपी के आरोपों पर RJD प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि "सुशील मोदी झूठा है. ऐसा कोई मामला नहीं है".

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बिहार (Bihar) की नई सरकार में कानून मंत्री बने आरजेडी एमएलसी कार्तिकेय सिंह (RJD MLC Kartikey Singh) को लेकर सूबे की राजनीति सरगर्म है. बीजेपी कार्तिकेय सिंह पर यह आरोप लगाते हुए हमलावर है कि खुद कानून मंत्री के खिलाफ वारंट जारी हुआ है. जहां एक तरफ बीजेपी कानून मंत्री का इस्तीफा मांग रही है वहीं दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. यहां ध्यान देने की बात यह है कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट पर दानापुर कोर्ट ने 1 सितम्बर तक रोक लगा रखी है.

बीजेपी के आरोपों पर RJD प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि "सुशील मोदी झूठा है. ऐसा कोई मामला नहीं है".

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय दानापुर की तरफ से एक आदेश भी सामने आया है, इसके अनुसार कार्तिक कुमार की गिरफ्तारी पर एक सितंबर तक रोक लगा दिया गया था. यह आदेश मोकामा के थाना प्रभारी को दिया गया है और आदेश 12 अगस्त 2022 का है. इसकी पुष्टि कार्तिकेय सिंह के वकील सुनील कुमार ने की भी है.

हमलावर बीजेपी

नीतीश सरकार के खिलाफ बीजेपी को बड़ा मुद्दा मिल गया है. इसको लेकर बीजेपी आक्रामक मोड में आ गई है. बीजेपी की ओर से पहले ही यह कहा जा रहा है कि नई सरकार का मतलब बिहार में जंगलराज है. सांसद और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि

"बिहार के कानून मंत्री (कार्तिकेय सिंह) पर 2014 में अपहरण का मामला दर्ज है जिसको उन्होंने अपने हलफनामे में भी स्वीकार किया है उसी मामले में इनको 16 अगस्त को आत्मसमर्पण करना था लेकिन वे शपथ लेने चले गए. यह सब मुख्यमंत्री की जानकारी में था".

CM नीतीश बोले- मुझे कोई जानकारी नहीं, कार्तिकेय सिंह ने आरोपों को किया खारिज

वहीं इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है. आरजेडी के कोटे से मंत्री बने कार्तिकेय सिंह के बारे में बोलते हुए नीतीश ने कहा कि उनके ऊपर लगे आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसके अलावा कार्तिकेय सिंह को लेकर जारी वारंट पर RJD प्रमुख लालू यादव ने कहा है कि "सुशील मोदी झूठा है. ऐसा कोई मामला नहीं है".

दूसरी तरफ कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह ने कहा कि चुनावी हलफनामा में सारी जानकारी चुनाव आयोग को दी है. चुनाव आयोग से कुछ छुपा नहीं है.

मालूम हो कि कार्तिकेय सिंह आरजेडी के विधान पार्षद हैं. उन्होंने विधान परिषद चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार को हराया था. मोकामा के रहने वाले कार्तिकेय सिंह शिक्षक भी रह चुके हैं. बताया जाता है कि अनंत सिंह इन्हें मास्टर साहब कहकर बुलाते हैं.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, राजीव रंजन की 2014 में किडनैपिंग हुई थी. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया था. राजीव रंजन की किडनैपिंग मामले में एक आरोपी बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह भी हैं.

इनपुट: तनवीर आलम

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