उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर में CRPF के दलित (Dalit) जवान गौरव गौतम की पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में बारात निकाली गयी. घुड़चढ़ी की रस्म के दौरान गांव में चप्पे चप्पे पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात रहे. बता दे कि गांव गड़ाना में 9 महीने पहले हुए जातीय खूनी संघर्ष के बाद दहशतजदा दलित बारात नही निकाल पाते थे.
बुलंदशहर जनपद के ककोड कोतवाली इलाके के गांव गडाना में रहने वाला CRPF के दलित फौजी गौरव गौतम ने पुलिस सुरक्षा में आज शादी की सभी रस्म अदा कराईं.
बाकायदा दूल्हे गौरव गौतम के घर पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था साथ ही घुड़चढ़ी के मार्ग पर भी सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात थे. यही नहीं घोड़ी के आगे पीछे के बीच में भी पुलिसकर्मी तैनात रहे और कुछ पुलिसकर्मी पूरी बारात का वीडियो बनाते रहे. पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच दलित जवान गौरव गौतम की बारात पूरे गांव में डीजे की धुन पर निकाली गई जिसमें शामिल बाराती जमकर नाचे.
दलित क्यों नही निकाल पा रहे थे गांव में बारात?
जनपद बुलंदशहर के ककोड़ कोतवाली के गांव गड़ाना में जुलाई 2021 में दलितों की घुड़चढ़ी के दौरान गांव में जातीय खूनी संघर्ष हुआ था, बताया जाता है कि स्वर्ण जाति के लोगों ने उनके घर के आगे से दलितों के बारात निकालने का एतराज जताया था. जिसके बाद गांव में जातीय संघर्ष हो गया और इस खूनी संघर्ष के दौरान एक ग्रामीण की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद से गांव में दलित दहशत के चलते बारात नहीं निकाल पाते थे.
दलित दूल्हे ने अनहोनी की आशंका के चलते सुरक्षा की मांग की थी
सीआरपीएफ के दलित जवान गौरव गौतम ने गांव में घोड़ी चढ़ बारात निकलने व शादी को सकुशल करने के लिए बुलंदशहर के एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी से सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की मांग की थी.
उन्होंने इसके साथ ही शादी में पूर्व की घटना का उल्लेख करते हुए अनहोनी की आशंका होने की संभावना जताई थी. एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि गौरव गौतम की मांग पर गांव में कई थानों का पुलिस फोर्स व पीएसी के जवानों की तैनाती की गई और गांव में सब कुशल सीआरपीएफ के जवान की बारात चढ़ी और बारात गंतव्य को रवाना हो गई.
'झगड़ों से गांव के युवाओं का भविष्य होता है खराब' - दलित दूल्हा
पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच शादी रचाने वाला दूल्हा घोड़ी चढ़ने से पहले बोला कि, "गांव में जातीय संघर्ष होना गलत है किसी भी तरह के झगड़े से गांव के पढ़े-लिखे युवाओं का भविष्य खराब हो जाता है सबको मिलकर गांव में सौहार्द पैदा करना चाहिए." आज पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच शादी कर रहा दलित दूल्हा खुश नजर आया और ग्रामीणों से गांव में सौहार्द स्थापित करने की अपील की.
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