छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा जिले के बीरनपुर में सांप्रदायिक हिंसा के तीन दिन बाद पुलिस को कोरवई गांव में एक पिता और बेटे का शव मिला है. कोरवई बीरनपुर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है, जहां बीते दिनों हिंसा के दौरान भुनेश्वर साहू (23) की मौत हुई थी. हालांकि, बेमेतरा में अभी भी तनाव बना हुआ है. आइये जानते हैं अब तक यहां क्या-क्या हुआ है?
बीरपुर में क्या हुआ?
8 अप्रैल को, रायपुर से करीब 75 किलोमीटर दूर बिरनपुर में दो स्कूली बच्चों के बीच कथित हाथापाई को लेकर सुबह करीब 11 बजे सांप्रदायिक झड़प हुई थी. सूत्रों का कहना है कि 14 साल के दो लड़के अलग-अलग समुदायों के थे, जिसके बाद दोनों समुदायों के लोगों के बीच हिंसा हुई. इसके बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी. हिंसा के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
साहू की मौत के कारण अलग-अलग: पुलिस अधिकारी
मृतक जिस समुदाय का था, उसने दावा किया कि उसे दूसरे समुदाय के सदस्यों द्वारा एक तेज चीज से वार किया गया था, वही दूसरे ने दावा किया कि उसने अपने समुदाय की महिलाओं पर हमला करने की कोशिश की.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों समुदायों के लोगों का जमावड़ा था, और इससे पहले कि मामले को कंट्रोल किया जा सके, एक व्यक्ति-जिसे बाद में भुनेश्वर साहू के रूप में पहचाना गया- दूसरे समुदाय के सदस्यों के कब्जे वाले क्षेत्र में पड़ा हुआ पाया गया. लड़के को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
हिंसा के बाद, VHP के नेतृत्व में दक्षिणपंथी संगठनों ने 10 अप्रैल को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया, जिसके दौरान कथित तौर पर एक भीड़ द्वारा एक घर में आग लगा दी गई थी. दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पथराव में एक पत्रकार के सिर में चोट आई थी और उसे सात टांके लगे थे.
पिता-पुत्र की मौत
विरोध के एक दिन बाद, 11 अप्रैल को बेमेतरा पुलिस ने दो और शव बरामद किये, जिनकी पहचान रहीम (55) और उनके बेटे इदुल मोहम्मद (35) के रूप में हुई है.
सूत्रों ने कहा कि जिस घर में आग लगाई गई वह उन्हीं पिता-पुत्र का था. उन्होंने आगे कहा कि मृतक 10 अप्रैल को मवेशी चराने के लिए निकला था, तभी बीरनपुर के बाहर भीड़ जमा हो गई थी.
पुलिस के मुताबिक, साहू की मौत के विरोध में जुटी भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया, लेकिन जब वे बाहर निकले तो उन्हें लाठियों से पीटा जा सकता था. पुलिस अधीक्षक एलेसेला ने कहा, "प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि दोनों मृतकों की मौत सिर में लगी चोट की वजह से हुई है."
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार (11 अप्रैल) को बीरनपुर में मृतक 22 साल युवक के घरवालों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ ही उसके एक घर के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की. उन्होंने पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में एक हाई लेवल जांच का भी आदेश दिया है, जिसे एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है.
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