बेंगलुरु के पदारायणपुरा में हाल ही के हिंसा मामले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार दो लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है. कर्नाटक जेल विभाग के सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
ये दोनों लोग 22 अप्रैल से रामनगर जिला कारागार में बंद हैं. सूत्रों के मुताबिक, हिंसा मामले में गिरफ्तार 52 संदिग्ध इस जेल में बंद हैं.
बता दें कि 19 अप्रैल को लोगों के उपद्रव और एक पुलिस चेक पोस्ट पर तोड़फोड़ के बाद 149 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. हंगामे की शुरुआत तब शुरू हुई थी, जब कुछ लोगों ने COVID-19 मरीजों के सेंकेडरी कॉन्टैक्ट्स को एक क्वॉरंटीन सेंटर में शिफ्ट किए जाने के सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के कदम का विरोध किया था.
एक वरिष्ठ जेल अधिकारी के मुताबिक, संदिग्धों को कैद करने से पहले रामनगर जेल को खाली कराया गया था. इस जेल से 117 कैदियों को बेंगलुरु की पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल भेजा गया था.
कुमारस्वामी ने दी प्रोटेस्ट की धमकी
इस मामले पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट कर कहा, ''रिपोर्ट्स आई हैं कि रामनगर जेल में बंद पदारायणपुरा के दो दंगाइयों को (कोरोना वायरस) पॉजिटिव पाया गया है. ऐसे में COVID-19 रामनगर में आ गया है, जो उन कुछ जिलों में से एक है, जिनमें अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया था.''
कुमारस्वामी ने कहा है,
‘’सरकार को रामनगर जेल में बंद सभी लोगों को तुरंत शिफ्ट करना होगा. अगर वो ऐसा नहीं करती, तो मैं शुक्रवार से प्रोटेस्ट करने के लिए मजबूर हूंगा. रामनगर के लोग अभी डरे हुए हैं.’’एचडी कुमारस्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री, कर्नाटक
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''रिपोर्ट्स बताती हैं कि इन दो मरीजों के संपर्क में आए करीब 8 कैदियों को क्वॉरंटीन सेंटर ले जाया गया है. मगर यह पर्याप्त नहीं है. सरकार को पूरी रामनगर जेल को ही क्वॉरंटीन करना होगा. सभी पुलिसकर्मी, जेल गार्ड, हाउसकीपिंग और किचन स्टाफ, जो भी इन कैदियों को वहां रखे जाने के बाद जेल परिसर में रहे हैं, सरकार को उनका ख्याल रखना होगा.''
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