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देवघर रोपवे रेस्क्यू खत्म-59 में 3 की मौत, दो लोग एयरलिफ्ट के दौरान गिरकर मरे

कल हेलिकॉप्टर से फिसले युवक की मौत हो गई थी जबकि आज हेलिकॉप्टर से फिसली एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) में त्रिकुट पहाड़ रोपवे हादसे में फंसे 46 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही आज मंगलवार 12 अप्रैल को दोपहर 1.30 बजे तक तीसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया. 45 घंटो तक लगातार चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 56 लोगों को बचा लिया गया. इस पूरे ऑपरेशन के दौरान दो लोग हेलिकॉप्टर से गिर गए जिसमें एक महिला और एक पुरुष थे.

कल हेलिकॉप्टर से फिसले युवक की मौत हो गई थी जबकि आज हेलिकॉप्टर से फिसली एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां कुछ देर बाद उसे भी मृत घोषित कर दिया गया.

हादसे के बाद भारतीय वायुसेना ने संभाली रेस्क्यू की कमान

बचाव अभियान के दौरान यह महिला रस्सी टूटने की वजह से हेलिकॉप्टर से गिर गई थी. महिला करीब 40-50 फुट की ऊंचाई से गिरी थी और गंभीर रूप से घायल हो गई थी. जानकारी के अनुसार महिला देवघर की ही निवासी है. रिपोर्ट्स के अनुसार महिला को अस्पताल में तुरंत भर्ती कराया गया था लेकिन कुछ देर उपचार के बाद उसकी मौत हो गई.

सोमवार 11 अप्रैल को राकेश मंडल नाम के एक युवक को जब हेलिकॉप्टर के ऊपर खींचा जा रहा था, तब सेफ्टी बेल्ट टूट जाने के कारण वह डेढ़ हजार फीट नीचे गिर गया था और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी थी.

रविवार 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर सैकड़ों की संख्या में पर्यटक त्रिकूट पहाड़ पर पहुंचे थे. शाम के वक्त रोपवे की दो ट्रॉलियां हवा में टकरा गई थी. इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए. जब यह हादसा हुआ, उस वक्त करीब दो दर्जन ट्रॉली हवा में थी. आनन-फानन में कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था लेकिन करीब 59 लोग पहाड़ी पर फंसे रह गए थे.

इस हादसे के बाद भारतीय वायुसेना ने रेस्क्यू की कमान संभाल ली थी. एयरफोर्स के दो MI-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए थे. यह ऑपरेशन लगातार 45 घंटो तक चला जिसमे 56 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार की सुबह एक बयान में कहा, "सुबह-सुबह शुरू हुए ट्रिपल ऑपरेशन में अब तक कई बहनों और छोटे बच्चों सहित 10 लोगों को बचाया गया है. हम अगले कुछ घंटों में सभी को बचाने में सक्षम होंगे." इससे पहले झारखण्ड के पयर्टक मंत्री हफीजुल हसन ने कहा था कि, "रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद घटना की जांच कराई जाएगी कि यह कैसा हुआ."

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