भीषण गर्मी के चलते उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में इन दिनों आसमान से आग बरस रहा है. चिलचिलाती तेज धूप और लू ने लोगों को बेहाल कर रखा है. ऐसे में बीमार लोगों, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के कलेक्टर ने इंसानियत अनोखी मिसाल पेश की है. उन्होंने अपने दफ्तर के एसी निकलवाकर कुपोषण के शिकार बच्चों की देखभाल करने वाले सेंटर में लगवा दिए.
मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के जिलाधिकारी स्वरोचिश सोमवंशी ने गर्मी की मार से कुपोषित बच्चों को बचाने के लिए अपने दफ्तर के एयर कंडीशनर को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में लगवा दिए, ताकि कमजोर व बीमार बच्चों को मदद मिल सके. उनके इस नेक कदम के बाद इस केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कमजोर बच्चों को काफी राहत मिली है.
मध्य प्रदेश में गर्मी चरम पर है, उमरिया जिले में भी गर्मी से हर कोई परेशान है. कमजोर और कुपोषित बच्चों को एनआरसी में रखा जाता है. इन केंद्रों में बच्चों के लिए ठंडक के बेहतर इंतजाम न होने पर जिलाधिकारी सोमवंशी ने अपने चैंबर और हॉल्स के एसी निकलवाकर एनआरसी में लगवा दिए..इस बारे में सोमवंशी ने मीडिया को बताया, "हालात को देखकर यह कदम उठाया गया है. बच्चों को परेशानी हो रही थी, एसी के इंतजाम की कोशिशें की जा रही थीं. चूंकि इन कमरों में एसी लगाना बेहद जरूरी था, इसलिए ऑफिस और हॉल के एसी निकालकर यहां लगवा दिए"
“यह एक तुरंत लिया गया फैसला था. एनआरसी भवन के अंदर वाकई बहुत ज्यादा गर्मी थी. हम वहां एसी लगवाने की व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन हमें लगा कि वहां तुरंत एसी लगवाए जाने की जरूरत है, क्योंकि वहां बच्चे थे. हमारे ब्लॉक में 4 एनआरसी हैं, चारों में एसी लगवा दिए गए हैं.”- स्वरोचिश सोमवंशी, जिलाधिकारी, उमरिया
यही नहीं युवा कलेक्टर सोमवंशी अपनी कार की भी एसी नहीं चला रहे हैं. इसके जरिए वे बताना चाहते हैं कि अगर आम जनता गर्मी सह सकती है तो वह उससे अलग नहीं हैं.
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