गुजरात (Gujarat) के तीन जिलों में जुलुस पर पथराव (Stone Pelting) और उसके बाद हिंसा की घटनायें सामने आयी हैं. हिम्मतनगर (Himmat Nagar) में पुलिस अधीक्षक समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं ,वही खंभात में एक व्यक्ति की मौत हो गयी ,द्वारिका में भी पथराव हुआ है.
अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने देर रात आपातकालीन समीक्षा बैठक बुलायी हैं.
पथराव, आगजनी, नारेबाजी
मामला तब तूल पकड़ गया जब छपरिया इलाके में रामनवमी पर एक जुलूस के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया. पत्थरबाजी का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार जुलूस में शामिल विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने मुस्लिम इलाकों से गुजरते वक्त अपत्तिजनक नारेबाजी की. जिसके बाद टकराव शुरू हो गया. हिम्मतनगर में धारा 144 लागू देर रात साबरकाठा जिलाधिकारी हितेश कोया ने हिम्मतनगर के पांच क्षेत्रो में कर्फ्यू लगा दिया है.
घटना की खबर पास के थाने में पहुंची. पुलिस ने तुरंत स्थिति पर प्रतिक्रिया दी और दंगा स्थल पर पहुंचे. दंगा पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. हालांकि, घटना के दौरान जिला पुलिस के डीएसपी को चोट लग गई.
स्थिति इस कदर बेकाबू हो गई है कि जिला पुलिस ने अर्धसैनिक बल से मदद मांगी है. मिली जानकारी के अनुसार श्रद्धालुओं में भी जबरदस्त आक्रोश था, जिन्होंने पथराव कर स्थिति को और खराब कर दिया. दंगों में वाहनों को भी भारी नुकसान हुआ है.
हिम्मतनगर में दो गुटों के बीच पथराव की घटना हुई. स्थिति पर काबू पाने के बाद पथराव की एक और घटना हुई. पता चला है कि घटना में जिला एसपी समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
रामनवमी के मौके पर हिम्मतनगर के छपरिया रामजी मंदिर से जुलूस निकाला गया. यात्रा के दौरान दोनों गुटों के बीच पथराव किया गया. घटना को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने 5 आंसू गैस के गोले दागे. कुछ असामाजिक तत्वों ने एक गोली और एक जीप में आग लगा दी.
मीर फैसल जो पेशे से के पत्रकार है उन्होंने जलती हुई दरगाह का एक वीडियो शर कर लिखा कि, "गुजरात के हिम्मतनगर में हिंदू भीड़ ने एक दरगाह में आग लगा दी."
भले ही पुलिस का काफिला आगे हिंसा की रोकथाम के लिए मौके पर पहुंच गया हो, गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया गया. पुलिस का मानना है कि हमला जानबूझकर किया गया था, हमले की प्रकृति को देखते हुए.
उनका कहना है कि पत्थरों का संग्रह छतों और ऊंचे इलाकों पर पहले से किया गया था. पुलिस हालत नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है. पुलिस अब तक इस घटना के सिलसिले में 15 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
हालांकि अब पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है और तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है. हिम्मतनगर में स्थिति अब नियंत्रण में है. रेंज आईजी समेत एसपी स्तर के 3 अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. साबरकांठा जिले के पुलिस अधीक्षक सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए. वर्तमान में पांच एसआरपी कंपनियां स्टैंडबाय पर हैं. साथ ही पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
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