हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) में एक बार फिर खुले में नमाज (namaz in open area) को लेकर कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध किया. जिसके बाद 29 अक्टूबर को शुक्रवार के दिन करीब 30 लोगों को हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने हिरासत में ले लिया. गुरुग्राम के सेक्टर 12-ए का ये पूरा मामला है जहां कुछ हिंदू संगठनों के लोग जुमे की नमाज के वक्त वहां पहुंच गए और पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर बजघेड़ा थाने भेज दिया.
इसके बाद गुरुग्राम में जहां-जहां भी मुस्लिम समुदाय के लोग जुमे की नमाज पढ़ते हैं वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई. बताते चलें कि गुरुग्राम प्रशासन ने मुस्लिम समाज को जुमे के दिन 37 जगहों पर खुले में नमाज पढ़ने की इजाजत दी है, जिनमें से सेक्टर 12-ए का इलाका भी एक है.
पिछले हफ्ते भी गुरुग्राम में जुमे की नमाज को बाधित करने की कोशिश की गई थी और कथित तौर पर जय श्री राम के नारे भी लगे थे. ये विरोध पिछले करीब एक महीने से चल रहा है. गुरुग्राम के सेक्टर 12-ए और सेक्टर 47 से पिछले हफ्ते भी तनावपूर्ण तस्वीरें आई थी.
पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा था?
सेक्टर 12 में विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज ने क्विंट से बात करते हुए कहा था कि यह प्रदर्शन मुस्लिम समुदाय खिलाफ नहीं है. उन्होंने यह दावा किया कि सेक्टर 12 में जिस जमीन पर नमाज पढ़ी गई वो प्राइवेट प्रॉपर्टी है.
उन्होंने कहा था कि, “नमाज हो या पूजा ये मंदिर या मस्जिद में ही की जानी चाहिए और अगर ये उपलब्ध नहीं है तो लोगों को अपने घरों में प्रार्थना करनी चाहिए. ये किसी विशेष समुदाय का विरोध नहीं है, ये कानून को बनाए रखने के बारे में है."
बजरंग दल के कार्यकर्ता भी शामिल
पिछले हफ्ते स्थानीय लोगों और जमीन के मालिक सतीश भारद्वाज ने बिना अनुमति के खुली जगह में नमाज अदा करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. वहां विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी के सदस्य भी मौजूद थे.
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