ADVERTISEMENTREMOVE AD

हिमाचल: CM सुक्खू ने विशेष आपदा राहत पैकेज की घोषणा की, कुल ₹4,500 करोड़ कर रही खर्च

Himachal Pradesh में बारिश से संबंधित आपदाओं से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे में 25 गुना वृद्धि

Published
राज्य
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने शनिवार को बारिश से संबंधित आपदाओं से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे में 25 गुना वृद्धि के साथ एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार आपदा से निपटने के लिए कुल 4,500 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, जिसमें से 750 करोड़ रुपये बहाली और पुनर्वास के लिए और 1,000 करोड़ रुपये मनरेगा के लिए खर्च किए जाएंगे.

मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकान के लिए 1.30 लाख रुपये का मुआवजा साढ़े 5 गुना बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया गया है. करीब 3,500 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

इसके अलावा, 'कच्चे' घर को आंशिक क्षति के लिए 4,000 रुपये का मुआवजा 25 गुना बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है. पक्के मकान को आंशिक क्षति होने पर मुआवजा 6,500 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है.

0
सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य में 6,930 'कच्चे' घर और 5,549 'पक्के' घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. किसी दुकान या ढाबे के क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले 25,000 रुपये के मुआवजे को भी चार गुना बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है.

सरकार गौशाला को नुकसान होने पर 3,000 रुपये की बजाय 50,000 रुपये की बढ़ी हुई आर्थिक सहायता देगी. सीएम ने कहा कि 670 दुकानों और ढाबों के साथ-साथ 8,300 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि किरायेदारों के सामान की क्षति पर सरकार 50,000 रुपये की सहायता देगी. पहले यह सहायता 2,500 रुपये थी. प्रभावित लोगों की संख्या 1,909 है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

उन्होंने कहा कि राहत मैनुअल में पशु हानि का मुआवजा भी बढ़ाकर 55,000 रुपये प्रति व्यक्ति कर दिया गया है. मानसून के कहर से 96 गाय-भैंस, 16 घोड़े-गधे और छह बछड़ों की मौत हुई है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से कृषि एवं बागवानी को भी भारी क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि कृषि और बागवानी भूमि के नुकसान के लिए पहले मिलने वाले 3,615 रुपये प्रति बीघे के मुआवजे को बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है.

प्रति बीघे 500 रुपये की फसल क्षति पर मुआवजा भी 8 गुना बढ़ाकर 4,000 रुपये कर दिया गया है. कृषि और बागवानी भूमि से गाद हटाने के लिए वित्तीय सहायता भी 1,384.61 रुपये प्रति बीघा से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दी गई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
सीएम ने कहा कि राज्य में 37,899 बीघे कृषि भूमि, 17,947 बीघे बागवानी भूमि को नुकसान पहुंचा है, जबकि 26,490 बीघे में लगी फसल को भी नुकसान हुआ है. साथ ही गाद के कारण 42 बीघे कृषि एवं बागवानी भूमि को नुकसान हुआ है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उन निर्माणाधीन घरों को बिजली और पानी का कनेक्शन देने का खर्च भी वहन करेगी जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इन परिवारों को नया घर बनाने के लिए सरकारी दर पर सीमेंट भी उपलब्ध कराया जाएगा.

सीएम सुक्खू ने कहा कि राहत शिविरों में रहने वाले आपदा प्रभावित परिवार किराए के आवास में जा सकते हैं और सरकार अपने संसाधनों से छह महीने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में किराए के भुगतान के रूप में 5,000 रुपये और शहरी क्षेत्रों में किराए के रूप में 10,000 रुपये प्रदान करेगी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×