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‘’हवालात में गंदा काम करने को कहा’’, आरोपों को झारखंड पुलिस ने बताया झूठ

पुलिस ने युवकों के आरोपों से किया इनकार, थप्पड़ मारने के आरोप पर पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

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झारखंड के जमशेदपुर में एक युवक ने पुलिस थाने में अभद्र भाषा और धार्मिक टिप्पणी जैसे गंभीर आरोप लगाए. औरंगजेब नामक युवक का आरोप है कि कदमा थाने में पूछताछ के दौरान पुलिसवालों ने उसके साथ आए युवक से शारीरिक संबंध बनाने को कहा, साथ ही धार्मिक टिप्पणी भी की. वहीं पुलिस ने इस मामले में जांच की है और बताया है कि जो पुलिस पर आरोप लगाया गया है वो झूठे हैं.

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दरअसल औरंगजेब नाम के जिस युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उसका एक दोस्त हिंदू युवती के साथ 23 अगस्त को फरार हो गया. जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है. इसी केस के सिलसिले में पुलिस ने औरंगजेब और उसके एक साथी को थाने बुलाया था.

पुलिस पर क्या हैं आरोप?

अब पुलिस स्टेशन जाने के बाद क्या हुआ, इसे लेकर औरंगजेब ने जो पुलिस पर आरोप लगाए हैं, वो काफी ज्यादा चौंकाने वाले हैं. औरंगजेब ने आरोप लगाते हुए बताया कि, एक आरजू नाम का लड़का है और एक सानू है... इन्हें 24 अगस्त को पकड़ा गया था. जिसके बाद मेरे पिता को 26 अगस्त को पकड़ा गया. हमें पता चला कि इन लोगों को बहुत मारा गया है. हम डर गए और बाहर निकल गए. मोहल्ले के लोगों ने हमें कहा कि तुम सुबह के टाइम सरेंडर करना. हमारे जाने के बाद पिता को छोड़ दिया. जिस मानव के बारे में पूछताछ कर रहे थे, उसे मैं बचपन में जानता था. पुलिस ने हमें बहुत मारा.

औरंगजेब ने आरोप लगाते हुए कहा कि, मुझ पर धार्मिक टिप्पणी कर चप्पल से मारा गया. पुलिसवाले ने कहा कि हिंदू लड़की को कैसे भगा सकते हो तुम, उसके बाद उसने मेरे साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाने को कहा. जब हमने मना किया तो फिर से मारा गया और कहा कि हमारे देश को तुम तालिबान बनाओगे.

इसके अलावा भी युवक ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए. उसने बताया कि मैं गालियों को अल्फाज में बयां भी नहीं कर सकता हूं. उसने कहा कि, एक तरह से थाने में मेरी लिंचिंग हुई.

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पुलिस ने क्या कहा?

इन गंभीर आरोपों के बाद जब हमने पुलिस से मामले में उनका पक्ष जानना चाहा तो, बताया गया कि युवक खुद को और अपने दोस्त को बचाने के लिए ये सब आरोप लगा रहा है. डीसीपी जमशेदपुर कमल किशोर ने बताया कि, इस मामले में मैंने अपनी जांच रिपोर्ट दे दी है. हम विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते हैं, आपको सीनियर से बात करनी होगी. इसके बाद हमने एसएसपी जमशेदपुर से बात की. उन्होंने बताया कि,

"इस मामले में ज्यादा कुछ सच नहीं है. मामला सिर्फ पूछताछ के दौरान थप्पड़ मारने का है, जिसे लेकर पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया है. जो आरोप लगाए हैं, वो सच नहीं हैं. वो लोग क्रिमिनल प्रवृत्ति के हैं, हिंदू लड़की को लेकर भाग गए हैं. वो लोग ये सब इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनके दोस्त लड़की को लेकर भागे हैं और हम उस पर ज्यादा एक्शन न करें. इन लोगों का भी लड़की के अपहरण में हाथ है."

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