उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur kheri) में किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र जेल में बंद हैं. एक अखबार में आशीष मिश्र को जेल में VIP ट्रीटमेंट देने की खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस और प्रशासन एक्शन में है. SP और कलेक्टर ने जेल का औचक निरीक्षण किया. SP ने अखबार के सभी दावों का खंडन किया है. वहीं भ्रामक खबर फैलाने के लिए अखबार के खिलाफ नोटिस भी जारी किया गया है.
SP ने अखबार के दावों को नकारा
आशीष मिश्र को जेल में VIP ट्रीटमेंट देने की खबर छपने के बाद हड़कंप मच गया. लखीमपुर खीरी एसपी संजीव सुमन ने जिलाधिकारी के साथ जेल का औचक निरीक्षण कर अखबार के दावों को खारिज किया है.
एसपी संजीव सुमन ने कहा कि, "मैंने और जिलाधिकारी ने जिला जेल का औचक निरीक्षण किया है. जेल के उस बैरक का भी निरीक्षण किया गया है, जिसको लेकर आरोप लगाए गए हैं. उस बैरक में 3 कैमरे लगे हैं, सभी कैमरे चल रहे हैं और रिकॉर्डिंग की भी जांच की गई है. कहीं भी, जो आरोप लगाए गए थे उनकी पुष्टि नहीं होती है."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बैरक में एक भी कुलर नहीं लगा हुआ है. जेल में बंद आरोपी को किसी भी प्रकार का स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है.
अखबार के खिलाफ नोटिस
अब इस मामले में जिला प्रशासन अखबार के खिलाफ नोटिस जारी करने जा रही है. एसपी संजीव सुमन ने बताया कि अखबार द्वारा भ्रामक सूचना फैलाने के कारण जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अखबार के खिलाफ आग्रिम कार्रवाई करेंगे और भविष्य में इस तरह की झूठी खबर फैलाने पर कार्रवाई भी की जाएगी.
अखबार ने किया था VIP ट्रीटमेंट का दावा
लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्र को लेकर एक अखबार ने दावा किया था कि उसे जेल में VIP ट्रीटमेंट मिल रहा है. अखबार की ओर से दावा किया गया था कि है खाने-पीने से लेकर उसके रहने का भी खास इंतजाम किया गया है.
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक आशीष को बैरक नंबर 20 में रखा गया है. उसे किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसलिए बैरक में 24 अप्रैल से पहले ही नए गद्दे और चादर की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही बैरक में 4 कूलर भी लगाए गए हैं. वहीं आशीष के लिए घर से खाना भी आता है. हालांकि,लखीमपुर खीरी एसपी संजीव सुमन ने इन दावों को खारिज कर दिया है.
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